झारखंड में लोकसभा की तुलना में विधानसभा चुनाव पूरी तरह से अलग होता रहा है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर विधानसभा की तुलना में हमेशा अधिक रहा है.
झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Elections) के लिए तारीख के ऐलान के साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी तेज कर दी है. एनडीए और इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फाइनल बातचीत चल रही है. दोनों ही गठबंधन की तरफ से जीतने वाले उम्मीदवार और समीकरण को ध्यान में रखकर सीट बंटवारा किया जा रहा है. एनडीए का कुनबा इस चुनाव में बढ़ गया है. पिछले चुनाव में जहां बीजेपी और आजसू अलग-अलग चुनावी मैदान में थे. वहीं इस बार एनडीए में बीजेपी के अलावा आजसू, जदयू और लोजपा की एंट्री हो गयी है. इंडिया गठबंधन में भी पिछले चुनाव जेएमएम, राजद और कांग्रेस साथ थे वहीं इस चुनाव इस गठबंधन में भाकपा माले की भी एंट्री हो गयी है. आइए जानते हैं क्या कहते हैं आंकड़ें?
एनडीए में शामिल दलों का 2019 में कैसा रहा था प्रदर्शन?
साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी ने 79 सीटों पर चुनाव लड़ा था. पार्टी को 25 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी का वोट शेयर 33.37% रहा था. वहीं झारखंड में बीजेपी की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी आजसू ने एनडीए से अपने आप को अलग कर के चुनाव लड़ा था. आजसू ने 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. पार्टी का वोट शेयर 8.1 प्रतिशत रहा था. आजसू को 2 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं जनता दल यूनाइटेड ने 45 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था पार्टी को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली थी वोट शेयर 0.73% प्रतिशत रहा था. विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद झारखंड विकास मोर्चा का बीजेपी में विलय हो गया था. बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम ने 2019 में सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. 3 सीटों पर जीत मिली थी और वोट शेयर 5.45% रहा था.
इंडिया गठबंधन के दलों का कैसा रहा था 2019 के चुनाव में प्रदर्शन
इंडिया गठबंधन में पिछले चुनाव में जेएमएम, कांग्रेस और राजद शामिल थे उस दौरान इसे महागठबंधन के तौर पर जाना जाता था. जेएमएम ने सबसे अधिक 43 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे पार्टी को 30 सीटों पर जीत मिली थी. वोट शेयर 18.72% प्रतिशत रहा था. कांग्रेस ने 31 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे 16 पर जीत मिली थी.कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 13.88% रहा था. राजद ने 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और राजद को महज एक सीट पर ही जीत मिली थी. राजद का वोट शेयर 2.75% प्रतिशत रहा था.
भाकपा माले पिछले चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ नहीं था. पार्टी ने 14 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. एक सीट पर जीत मिली थी वोट शेयर 1.15 प्रतिशत था. मार्क्सवादी समन्वय समिति जिसका अब भाकपा माले में विलय हो गया है उसने 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे पार्टी को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली थी. वोट शेयर 0.97% रहा था.
2019 के चुनाव के आंकड़ों के आधार पर इंडिया और एनडीए में कौन आगे?
2019 के चुनाव में एनडीए एकजुट नहीं था. बीजेपी, आजसू, जदयू और झारखंड विकास मोर्चा के वोट को अगर जोड़ दें तो एनडीए का वोट प्रतिशत लगभग 48 परसेंट तक पहुंच जाता है. वहीं इंडिया गठबंधन में अगर भाकपा माले और मासस के वोट बैंक को जोड़ दें तो वोट शेयर लगभग 37 प्रतिशत तक पहुंच जाता है. हालांकि इंडिया और एनडीए के वोट शेयर में भारी अंतर देखने को मिलता है लेकिन अगर ये आंकड़ें सिर्फ 81 सीटों के लिए निकाले जाए तो वोट शेयर में बहुत अधिक अंतर देखने को नहीं मिलता है. एनडीए में जितने भी दल हैं उन्होंने पिछले चुनाव में थोक के भाव में अपने उम्मीदवार उतारे थे जिस कारण उनका वोट शेयर अधिक है. अगर तमाम आंकड़ों को 81 सीटों पर समेटा जाए तो दोनों ही गठबंधन का वोट शेयर लगभग 40 प्रतिशत के आसपास ही रहेंगे.
2014 के विधानसभा चुनाव में क्या रहे थे आंकड़ें?
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को शानदार सफलता मिली थी. बीजेपी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी की सहयोगी दल आजसू ने 5 सीटों पर सफलता पायी थी. जेवीएम ने अलग चुनाव लड़ा था और पार्टी को 8 सीटें मिली थी. जेवीएम के 6 विधायकों ने बाद में पाला बदल लिया था और वो बीजेपी में शामिल हो गए थे. झारखंड मुक्ति मोर्चा को 19 सीटों पर जीत मिली थी. कांग्रेस ने 6 सीटों पर और राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन उसका खाता इस चुनाव में नहीं खुल पाया था.
बात अगर वोट शेयर की करें तो बीजेपी के खाते में 31.26% प्रतिशत वोट शेयर था. वहीं आजसू के खाते में 3.68 प्रतिशत वोट शेयऱ रहा था. जदयू ने 6.62 प्रतिशत वोट पाया था. वहीं झारखंड विकास मोर्चा ने 9.99% वोट प्राप्त किया था.
वहीं अगर बात इंडिया गठबंधन के दलों की करें तो जेएमएम का वोट शेयर इस चुनाव में 20.43% प्रतिशत रहा था. वहीं कांग्रेस का वोट शेय़र 10.46% था. राजद का वोट शेयर 3.13% था और माले का वोट शेयर मासस को मिलाकर 2.54 प्रतिशत रहा था.
लोकसभा चुनाव से कितने अलग रहे हैं विधानसभा के वोट शेयर?
झारखंड में लोकसभा की तुलना में विधानसभा चुनाव के वोट शेयर में काफी अंतर देखने को मिलता रहा है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर विधानसभा की तुलना में अधिक रहा है. बात अगर 2024 के लोकसभा चुनाव की ही करें तो भारतीय जनता पार्टी को 44.60 प्रतिशत वोट मिले थे. जो कि पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में लगभग 11 प्रतिशत अधिक रहे थे. हालांकि अगर इसकी तुलना पिछले लोकसभा चुनाव से करें तो बीजेपी के वोट शेयर में 7 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. बीजेपी को 2019 के चुनाव में 51 प्रतिशत वोट मिले थे. लोकसभा के चुनाव में जेएमएम कांग्रेस गठबंधन का वोट शेयर कम रहा है. हालांकि 2019 की तुलना में 2024 के चुनाव में इस गठबंधन के वोट शेयर में बढ़ोतरी देखने को मिली थी. दोनों ही दलों के संयुक्त वोट के आंकड़े में लगभग 5 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज की गयी.
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