आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati stampede) में भक्त जब टोकन लेने के लिए लाइनों में लगे थे उसी दौरान अचानक भगदड़ का माहौल बन गया. लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ हादसे (Tirupati Stampede) के बाद मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू गुरुवार सुबह 10:30 बजे तिरुपति का दौरा करेंगे. वह अस्पताल जाकर घायलों से मिलेंगे और बाद में अधिकारियों से घटना पर चर्चा करेंगे.बुधवार को आंध्र प्रदेश के तिरुपति के विष्णु निवासम में वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन बांटे जाने के दौरान भगदड़ मच गई. इस हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं. वैकुंठ द्वार सर्वदर्शनम 10 दिनों तक चलने वाले विशेष दर्शन हैं, जो शुक्रवार से शुरू होने जा रहा है. टोकन लेने के लिए अचानक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ गई, जिसकी वजह से भगदड़ मच गई. इस हादसे में तमिलनाडु के रहने वाले सलेम समेत 16 लोग बुरी तरह से घायल हो गए. मृतकों में सलेम का नाम भी शामिल है. सभी घायलों को इलाज के लिए रुइया अस्पताल ले जाया गया.सामने आई तस्वीरों में इलाके में भारी पुलिस बल देखा जा सकता है. वहीं कई लोग एंबुलेंस में ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, काउंटर पर टोकन लेने के दौरान करीब 60 लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. भारी भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई. कुछ श्रद्धालुओं ने पुलिस की ओर से लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाया है.तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष बीआर नायडू ने इस घटना के पीछे किसी भी साजिश से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि यह एक दुर्घटना थी. उन्होंने कहा, “मुझे शक था कि कुछ गलत हो सकता है और मैंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि वे इसे हल्के में न लें. ऐसी अफवाहें फैलीं कि सभी को तिरुमाला में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी.”आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति में हुई घटना पर दुख जताया. उन्होंने जान गंवाने वालों श्रद्धालुओं के प्रति संवेदना जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस घटना ने उनको झकझोर दिया. यह दुखद घटना तब हुई जब बड़ी संख्या में श्रद्धालु टोकन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे. सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि घायलों में कुछ की हालत गंभीर होने की सूचना को देखते हुए उन्होंने सीनियर अधिकारियों को मौके पर जाने और राहत उपाय करने का निर्देश दिया है, ताकि घायलों को बेहतर इलाज मिल सके और उनकी जान बच सके. वह लगातार अधिकारियों से बात कर हालात का जायजा ले रहे हैं. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने भी भगदड़ में जान गंवाने वालों के प्रति दुख जताया. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर करते हुए सरकार से घायलों के लिए अच्छा लाज और देखभाल सुनिश्चित करने की अपील की. तिरुपति मंदिर में सुबह से ही हजारों श्रद्धालु बैकुंठ द्वार दर्शन टोकन के लिए अलग-अलग टिकट केंद्रों पर लाइनों में खड़े थे. श्रद्धालुओं को बैरागी पट्टीडा पार्क में कतार में लगने की परमिशन दी गई थी, उसके बाद भगदड़ मच गई. इस हादसे के बाद तिरुपति पुलिस ने तुरंत स्थिति पर नियंत्रित किया और श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला.तुरुपति में 10 दिन के लिए बैकुंठ द्वार दर्शन खोले गए हैं. इसकी वजह से टोकन लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटने लगे. मंदिर समिति के चेयरमैन बीआर नायडू ने इमरजेंसी बैठक बुलाकर इस घटना का जायजा लिया और मीडिया को हालात की जानकारी देने का वादा किया.
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