कंपनी का प्रोडक्ट बैक्सटर हेल्थकेयर कॉरपोरेशन के डॉक्सिल का जेनेरिक संस्करण है जो डिम्बग्रंथि के कैंसर, एक्वायर्ड इम्युनिटी डिफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) से संबंधित कापोसी के सारकोमा और मल्टीपल मायलोमा के ट्रीटमेंट के लिए इंडिकेटेड है.
अभी तक ये माना जाता है कि कैंसर से बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है. हालांकि टेक्नोलॉजी विकसित होने के बाद से काफी हद तक कैंसर को अर्ली स्टेज में डायग्नोस करने पर ट्रीट किया जा सकता है, लेकिन कैंसर की कोई दवा भी है इसको लेकर कोई खबर आपने आजतक नहीं सुनी होगी, लेकिन दवा कंपनी ल्यूपिन ने गुरुवार को कहा कि उसने अमेरिकी बाजार में जेनेरिक कैंसर ट्रीटमेंट दवा लॉन्च की है. कंपनी ने कहा कि उसने अमेरिका में डॉक्सोरूबिसिन हाइड्रोक्लोराइड लिपोसोम इंजेक्शन सिंगल-डोज वायल लॉन्च की है. मुंबई स्थित दवा निर्माता ने अपने पार्टनर, फॉरडोज फार्मा कॉरपोरेशन, यूएसए (फॉरडोज़) को यूएसएफडीए से मंजूरी मिलने के बाद प्रोडक्ट पेश किया, ल्यूपिन ने एक बयान में कहा.
कौन से कैंसर के लिए इंडिकेटेड है दवा?
कंपनी का प्रोडक्ट बैक्सटर हेल्थकेयर कॉरपोरेशन के डॉक्सिल का जेनेरिक संस्करण है जो डिम्बग्रंथि के कैंसर, एक्वायर्ड इम्युनिटी डिफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) से संबंधित कापोसी के सारकोमा और मल्टीपल मायलोमा के ट्रीटमेंट के लिए इंडिकेटेड है.
इकविया MATdata के अनुसार, डॉक्सोरूबिसिन हाइड्रोक्लोराइड लिपोसोम इंजेक्शन की अमेरिका में अनुमानित एक साल की बिक्री 40.9 मिलियन अमरीकी डॉलर थी.
गुरुवार को ल्यूपिन के शेयर बीएसई पर 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,195.20 रुपये पर बंद हुए.
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