नेम प्लेट पर सुप्रीम कोर्ट की रोक का कानूनी तोड़ ढूंढने में जुटी योगी सरकार​

 बीते दिनों पश्चिमी यूपी के कुछ शहरों से कुछ वीडियो सोशल मीडिया में बहुत वायरल हुए थे. जूस में पेशाब मिला कर बेचते हुए.. फल में थूक लगा कर बेचने का वीडियो. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ तक भी इस बात की शिकायत पहुंची. उन्होंने कुछ वीडियो भी देखे.

यूपी की योगी सरकार आज एक बड़ा फ़ैसला कर सकती है. इसके लिए मुख्यमंत्री में आज शाम अपने घर पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. इससे पहले कांवड यात्रा के दौरान योगी सरकार ने खाने पीने की दुकानों पर नेम प्लेट लगाने का फ़ैसला किया था. जिस पर बहुत विवाद हुआ था. बीजेपी के सहयोगी नीतीश कुमार और चिराग़ पासवान की पार्टियों ने भी इसका कड़ा विरोध किया था. मामला बाद में सुप्रीम कोर्ट गया. फिर देश की सर्वोच्च अदालत ने योगी सरकार के फ़ैसले पर रोक लगा दी. आरोप लगा था कि सरकार इसी बहाने धर्म विशेष के खिलाफ काम कर रही है. 

वायरल वीडियो से हरकत में सरकार

बीते दिनों पश्चिमी यूपी के कुछ शहरों से कुछ वीडियो सोशल मीडिया में बहुत वायरल हुए थे. जूस में पेशाब मिला कर बेचते हुए.. फल में थूक लगा कर बेचने का वीडियो. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी इस बात की शिकायत पहुंची. उन्होंने कुछ वीडियो भी देखे. फिर क़ानून और फूड सिक्योरिटी विभाग के अफ़सरों को बुलाया. बैठक हुई और तय हुआ कि इसे रोकने के लिए क़ानून में कुछ बदलाव ज़रूरी है. योगी सरकार की पिछली कैबिनेट बैठक 24 सितंबर को हुई थी. इस मीटिंग में इस प्रस्ताव को पास भी करा लिया गया. मतलब ये है कि योगी सरकार के फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक तो लगा दी. पर सीएम योगी आदित्यनाथ अब इसे दूसरे तरीक़े से लागू कराने की ठान चुके हैं.

खाने में थूकने जैसी घटनाओं पर रोक लगाने की कोशिश

दूसरा तरीक़ा क्या हो ! कैसे हो ! इस पर मंथन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज शाम अपने घर पर बैठक बुलाई है. मीटिंग में खाद्य सुरक्षा, गृह, न्याय और संसदीय कार्य विभागों के सीनियर अफ़सरों को बुलाया गया है. डीजीपी प्रशांत कुमार, एडिशनल चीफ़ सेक्रेटरी दीपक कुमार, संसदीय कार्य विभाग के प्रमुख सचिव जेपी सिंह भी बैठक में बुलाए गए हैं. 
खाने में मिलावट और थूकने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए योगी सरकार अध्यादेश लाया जा सकता है. इसका ड्राफ्ट आज फ़ाइनल हो सकता है.

योगी सरकार बनाएगी कानून

पिछले महीने पश्चिमी यूपी के दौरे पर सीएम ने कहा था कि जूस, दाल और रोटी जैसी खाने-पीने की वस्तुओं में गंदगी वाली चीजें मिलाने की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. इसके बाद राज्य सरकार की तरफ़ से कई दिशा निर्देश जारी किए गए थे. हर दुकान में नेम प्लेट लगाने को कहा गया होटल-रेस्तरां-ढाबा में काम करने वाले हर शख्स का पुलिस वेरीफिकेशन ज़रूरी कर दिया गया. मास्क लगाकर औऱ हाथों में ग्लब्स पहनकर ही खाने-पीने का सामान बनाया और बेचा जाएगा. ऐसा निर्देश जारी किया गया था. अब योगी सरकार इन फ़ैसलों को क़ानूनी स्वरूप देने जा रही है 

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