इजरायली ब्लॉगर नैस डेली ने अपने फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल के जरिए वैश्विक प्रसिद्धि हासिल की है.
इजरायल और फिलिस्तीन के मुद्दों पर वीडियो बनाकर मशहूर हुए ब्लॉगर नुसीर यासीन ने एनडीटीवी वर्ल्ड समिट 2024 ‘द इंडिया सेंचुरी’ (NDTV World Summit 2024 ‘The India Century’) में एक बेहद ही मुश्किल और व्यक्तिगत सवाल का जवाब दिया. समिट में उनसे किसी ने पूछा कि अगर उनकी पॉलिटिकल ओपिनियन कुछ और होती तो क्या आज वो जितने सफल हैं उतने होते?
इजरायली ब्लॉगर नुसीर यासीन ने अपने वीडियो कंटेंट के साथ नैस डेली चैनल के जरिए धूम मचा दी है. नैस ने ‘इवोल्यूशन ऑफ कंटेंट क्रिएशन एंड डिलेवरी’ पर दिल्ली में आयोजित एनडीटीवी वर्ल्ड समिट में प्रजेंटेशन देने के बाद वहां मौजूद दर्शकों के सवाल का जवाब दिया.
एक दर्शक ने नैस डेली से पूछा, “आप फ़िलिस्तीनी मूल के एक इज़रायली नागरिक हैं. क्या आपको लगता है कि आपको जिस तरह की सफलता मिली है और जिस तरह का पॉलिटिकल ओपिनियन है, अगर आपकी वो राजनीतिक राय कुछ अलग होती, तो क्या आप उतने सफल होते जितने आज हैं?”
इस सवाल पर नैस डेली ने जवाब दिया, “ये एक अच्छा सवाल है. क्या मैं अपनी पॉलिटिकल ओपिनियन के कारण सफल हुआ? तो मेरे दोस्त, मैं अपनी पॉलिटिकल ओपिनियन की वजह से नहीं, बल्कि इसके बावजूद सफल हुआ.”
उन्होंने कहा, “आपको पता नहीं है कि ये कितना मुश्किल है. इजरायल आठ मिलियन लोगों का है, वहीं दुनिया में अरबों मुस्लिम हैं. इंडोनेशिया में 200 मिलियन, पाकिस्तान में 200 मिलियन, मिस्र में 100 मिलियन, लीबिया और ट्यूनीशिया में 100 मिलियन, बांग्लादेश में 200 मिलियन हैं, सही?”
नैस ने आगे कहा, “अगर मैं सिर्फ वही बनाऊं जो लोकप्रिय है और कहूं ‘मुक्त फ़िलिस्तीन, मैं सबके साथ हूं’, तो मुझे सचमुच फॉलोअर मिलेंगे, मैं और अधिक सफल होऊंगा. मुझे सुरक्षा की भी जरूरत नहीं होगी. लेकिन फिलहाल वो है, जिस पर मैं विश्वास करता हूं. मेरा मानना है कि सच्चाई थोड़ी अधिक जटिल है. ये ब्लैक और व्हाइट नहीं है, ये वास्तव में ग्रे है, क्योंकि दुर्भाग्य से, मैंने वहां रहकर और इस संघर्ष को स्टडी करने में 30 साल बिताए हैं.”
उन्होंने कहा, “इसलिए, पाकिस्तान या इंडोनेशिया में बैठा कोई व्यक्ति मुझसे कह रहा है कि इस संघर्ष के बारे में क्या सोचना है, तो मैं उसकी बात नहीं सुनूंगा.”
ब्लॉगर ने कहा, “…मेरी राजनीतिक राय, जिसे मैं बहुत स्पष्ट करता हूं, कि हमें दो तरह के लोगों के लिए दो देशों की जरूरत है, लेकिन हमें फिलिस्तीन को हमास से, कट्टरवाद से, आतंकवाद से मुक्त करने की भी जरूरत है. मैं इसके लिए बिल्कुल भी नहीं हूं. मुझे लगता है कि इज़रायल अस्तित्व में रहना चाहिए. हर बार जब मैं ‘मैं’ शब्द कहता हूं, जो इजरायल है, तो मुझे फॉलोअर और ब्रांड दोनों का नुकसान उठाना पड़ता है.”
उन्होंने कहा, “तो, मैं 10 से अधिक कैंसिल किए जाने के बावजूद सफल हुआ. क्योंकि वीडियो बहुत अच्छे हैं, आप इज़रायल से किसी को सुनने के लिए तैयार हैं, भले ही आप इज़रायल से इतनी नफरत करते हों और मुझे लगता है कि यहां सबक हर किसी के लिए है – ये अद्भुत तस्वीर है जिसमें एक आदमी खड़ा है और 10,000 लोग खड़े हैं और वो आदमी कहता है, ‘आप सभी गलत हैं’ मैं चाहता हूं कि हर कोई इस तस्वीर के बारे में सोचे, ‘आप सभी गलत हैं’.”
नैस ने कहा, “आप उन 10,000 लोगों के सामने खड़े होने को तैयार हैं जो आपसे असहमत हैं और उन्हें बताते हैं कि ‘आप सभी गलत हैं’? ऐसी कौन सी चीज़ है जिस पर आप गहराई से विश्वास करते हैं, जो अलोकप्रिय है? मेरे लिए, ये इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष है.”
उन्होंने कहा, “ऐसी कौन सी चीज़ है जिस पर आप गहराई से विश्वास करते हैं जिससे आपके आसपास के सभी लोग अभी भी असहमत हैं? फिर भी किसी कारण से आप अभी भी उस पर विश्वास करते हैं. मुझे लगता है कि आपको इसी बारे में वीडियो बनाना चाहिए.”
नैस डेली ने अपने फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल के जरिए वैश्विक प्रसिद्धि हासिल की है. उन्होंने एक प्रोजेक्ट चलाया था कि लगातार 1,000 दिनों तक प्रतिदिन एक मिनट का वीडियो बनाएं और उसे पब्लिश करें.
वीडियो को ‘नैस डेली’ वीडियो के रूप में जाना जाता है. जिसमें उन्हें दुनिया भर की अपनी यात्राओं की कहानियां और अनुभव साझा करते हुए दिखाया गया है. बाद में उन्होंने एक मीडिया कंपनी नैस डेली कॉर्पोरेशन भी लॉन्च किया.
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