आईएमडी के ताज़ा पूर्वानुमान के मद्देनज़र राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) ने इन 13 जिलों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने और स्थिति को संभालने के लिए सभी निवारक उपाय करने को कहा है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है और अगले 24 घंटों में राज्य के 13 जिलों में अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है. आईएमडी बुलेटिन के अनुसार पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुज़फ़्फ़रपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, पटना, जहानाबाद, मधुबनी और भोजपुर जिलों में भारी बारिश की संभावना है.
विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में अगले 24 घंटों में अचानक बाढ़ आने का ख़तरा पैदा हो गया है, जिसकी तीव्रता कम से मध्यम के बीच रहने का अनुमान है.
आईएमडी के ताज़ा पूर्वानुमान के मद्देनज़र राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग (डीएमडी) ने इन 13 जिलों के प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने और स्थिति को संभालने के लिए सभी निवारक उपाय करने को कहा है.
डीएमडी ने शुक्रवार को इस संबंध में इन 13 जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) को पत्र लिखा है.
पिछले दो-तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य भर में कई नदियों का जलस्तर बढ़ा है. बिहार जल संसाधन विभाग ने उफनती कोसी और गंडक नदियों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है। विभाग ने इन नदियों से सटे जिलों को सतर्क रहने को कहा है.
जल संसाधन विभाग द्वारा शुक्रवार देर शाम जारी बुलेटिन में कहा गया है, ‘नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण सीमावर्ती जिलों में कई स्थानों पर नदियां खतरे के निशान को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं. स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए 27 और 28 सितंबर की मध्य रात्रि में गंडक नदी पर बने वाल्मीकिनगर बैराज के कुछ गेट खोल और छह लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाएंगे, जो हाल के दिनों में सबसे अधिक होगा.”
बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अलावा 28 सितंबर को दोपहर करीब 12 बजे कोसी बीरपुर बैराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएंगे.
जल संसाधन विभाग ने अपने अभियंताओं को सतर्क रहने और तटबंधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है.
बिहार में गंगा नदी के किनारे बसे करीब 12 जिलों के कुल 376 पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात हैं और निचले इलाकों में रहने वाले करीब 13.56 लाख लोग बढ़ते जलस्तर से प्रभावित हुए हैं.
इन जिलों के निचले इलाकों से बड़ी संख्या में लोगों को निकालकर बाढ राहत शिविरों में लाया गया है.
इन प्रभावित 12 जिलों में बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल हैं.
NDTV India – Latest
More Stories
“7 साल में 100 करोड़ रुपये”: संकट के बीच टीचर्स की भर्ती के लिए FIITJEE का पुराना विज्ञापन सामने आया
Republic Day के मौके पर दिल्ली मेट्रो का ऐलान, इस समय से शुरू होंगी सेवाएं
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कैसे बनीं ममता कुलकर्णी, समझिए पूरा प्रोसेस