‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ (जो मुख्य रूप से गैर-सरकारी या ‘कौमी’ मदरसा या धार्मिक पाठशालाओं के शिक्षकों और छात्रों का एक मंच है और जिसे एक प्रभावशाली दबाव समूह माना जाता है) ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार द्वारा स्थापित महिला मामलों के सुधार आयोग की मसौदा सिफारिशों का विरोध करते हुए ढाका के सुहरावर्दी उद्यान में रैली का आयोजन किया. ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ (जो मुख्य रूप से गैर-सरकारी या ‘कौमी’ मदरसा या धार्मिक पाठशालाओं के शिक्षकों और छात्रों का एक मंच है और जिसे एक प्रभावशाली दबाव समूह माना जाता है) ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार द्वारा स्थापित महिला मामलों के सुधार आयोग की मसौदा सिफारिशों का विरोध करते हुए ढाका के सुहरावर्दी उद्यान में रैली का आयोजन किया. NDTV India – Latest
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