November 23, 2024
यूपी में खूंखार जानवरों के आतंक पर सीएम योगी का एक्शन, जारी किए ये दिशा निर्देश

यूपी में खूंखार जानवरों के आतंक पर सीएम योगी का एक्शन, जारी किए ये दिशा-निर्देश​

उत्तर प्रदेश के कई जिलों भेड़ियों और तेंदुए समेत कई खूंखार जानवरों का खौफ पसरा हुआ है, नतीजतन लोग डर के साए में जीन को मजबूर है. अब इस मामले का संज्ञान लेते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

उत्तर प्रदेश के कई जिलों भेड़ियों और तेंदुए समेत कई खूंखार जानवरों का खौफ पसरा हुआ है, नतीजतन लोग डर के साए में जीन को मजबूर है. अब इस मामले का संज्ञान लेते हुए यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में खतरनाक जंगली जानवरों का खौफ पसरा हुआ है. बहराइच जिले के कई गांवों में तो लोग आदमखोर भेड़ियों के आतंक में जीने को मजबूर हैं. यूपी में जंगली जानवरों के बढ़ते हमलों को देख उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं. इस मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विभागीय मंत्री तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं.

सीएम योगी के प्रमुख दिशा-निर्देश इस प्रकार हैं:-

प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में आदमखोर भेड़िये या तेंदुए द्वारा हमले किए जा रहे हैं, उन्हें हर हाल में नियंत्रित करने, पकड़ने का प्रयास किया जाए और आवश्यकता के अनुरूप कदम उठाए जाएं.पहले ही निर्देश दिए गए हैं कि प्रशासन, पुलिस, वन विभाग, स्थानीय पंचायत, राजस्व विभाग क्षेत्र में व्यापक जन जागरूकता पैदा करें. लोगों को सुरक्षा के उपायों के बारे में भी बताएं.माननीय वन मंत्री द्वारा वन विभाग के अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती करते हुए उन्हें बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर, पीलीभीत, बिजनौर सहित अन्य जिलों में लगाया जाए, ज्वाइंट पेट्रोलिंग बढ़ाएं.वरिष्ठ अधिकारी जिलों में कैंप करें. जनप्रतिनिधियों के सहयोग लें. ग्रामीण क्षेत्रों में जहां लाइट की समस्या हो, वहां पेट्रोमैक्स की व्यवस्था भी करें.उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जिसने मानव-वन्य जीव संघर्ष को आपदा घोषित किया है। इस क्रम में, वन्य जीवों के हमले में घायल लोगों अथवा असमय काल-कवलित हुए लोगों के परिवारीजनों को हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाए

बहराइच के करीब 35 गांवों में भेड़ियों का आतंक

बहराइच के करीब 35 गांवों में भेड़ियों का आतंक (Bahraich Wolf Terror) है. भेड़ियों की धरपकड़ के लिए वन विभाग का ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हालांकि, टीम को सफलता नहीं मिली. ग्रामीणों को भेड़िये के आतंक से बचाने के लिए लगातार गश्त की जा रही है. इस इलाके में भेड़िए 8 बच्चों सहित 9 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. इनमें से 7 लोगों की मौत एक ही महीने में हुई हैं. वहीं भेड़ियों के हमले में 35 से अधिक लोग घायल भी हो चुके हैं. वन विभाग की टीम ने गुरुवार को चार भेड़ियों को दबोचा था. वहीं शेष दो भेड़ियों को पकड़ने के लिए भी विभाग की 22 टीमें गश्‍त में जुटी हैं.

22 टीमों की 75 किमी के दायरे में कॉम्बिंग

डीएफओ अजित सिंह ने बताया कि खूंखार भेड़ियों को पकड़ने के लिए 22 टीमों ने 75 किमी के दायरे में कॉम्बिंग की है. उन्‍होंने बताया कि गुरुवार सुबह भेड़िये के पकड़े जाने के बाद से इलाके में कोई हरकत और निशान नहीं मिले हैं. उन्‍होंने बताया कि टीम की ओर से ग्रामीणों को चौकन्ना रहने की सलाह दी गई है. उन्हें रात में घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है. वहीं, जरूरी काम होने पर कई लोगों के साथ निकलने के निर्देश दिये गये हैं.

NDTV India – Latest

Copyright © asianownews.com | Newsever by AF themes.