लेबनान में NDTV : इजरायल-हिज्‍बुल्‍लाह के बीच शह-मात का खेल जारी, गाजा में बमबारी; जंग के 10 बड़े अपडेट​

 इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) को एक साल पूरा होते-होते यह लड़ाई और फैल चुकी है. इजरायल के खिलाफ ईरान (Iran) और लेबनान (Lebanon) भी इसमें शामिल हो चुके हैं और इस युद्ध ने पूरी दुनिया को मथ कर रख दिया है. हमास के खात्मे की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्‍याहू की कसम के दायरे में अब हिज्‍बुल्‍लाह और हूती लड़ाके भी शामिल हैं. दोनों की ही ओर से अब इजरायल पर लगातार हमले कर रहे हैं. मध्‍य-पूर्व में जंग के इन हालातों से आपको रूबरू कराने के लिए एनडीटीवी की टीम लेबनान पहुंची है और उस इलाके की ग्राउंड रिपोर्ट आप तक पहुंचा रही है. 

गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ ताजा हवाई हमले में आज सुबह एक मस्जिद और एक स्कूल इजरायल की वायुसेना का निशाना बने, जिनमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और 93 लोग घायल हो गए हैं. यह हमला अल अक्‍सा अस्पताल के करीब देयर अर बलाह में हुआ, जहां विस्थापितों ने शरण ली थी. हालांकि इजरायली सेना ने कहा कि उसने हमास आतंकवादियों को निशाना बनाया है. इजरायल की सेना की दलील है कि उसने खुफिया जानकारी के आधार पर हमास पर ये सटीक हमले किए. हमास यहां के इब्न रश्द स्कूल और शुहादा अल अक्सा मस्जिद के अंदर अपने कमांड एंट कंट्रोल सेंटर से ऑपरेट कर रहा था. इसके अलावा इजरायल की वायुसेना ने उत्तरी गाजा में खलीफा बिन जायेद स्कूल नाम के एक कॉम्प्लेक्स पर भी हमास के ठिकानों पर हमला किया.इजरायल ने अब अकेले गाजा में हमास के खिलाफ ही अपना मोर्चा नहीं खोला है बल्कि वो लेबनान में हिज्‍बुल्‍लाह के लड़ाकों, यमन में हूती विद्रोहियों और उनके पीछे खड़े ईरान से भी सीधा भिड़ रहा है. ईरान ने एक अक्टूबर की रात इजरायल पर जो मिसाइल हमले किए उनका जवाब इजरायल कब और किस रूप में देगा इसके इंतजार में पूरा पश्चिम एशिया दम साधे हैं. नेतन्याहू ने साफ कहा कि वो अपने चुने वक्त और चुनी हुई जगह पर जवाब देगा. ईरान पर ये हमला कहां होगा, इस पर तमाम अटकलें चल रही हैं. अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वो ईरान के परमाणु संयंत्रों को निशाना बनाने के पक्ष में नहीं है.इस बीच लेबनान में जमीनी रास्ते से घुसी इजरायल की सेना लगातार हिज्‍बुल्‍लाह के ठिकानों को निशाना बना रही है. इजरायल का दावा है कि उसने ताजा हमलों में हिज्‍बुल्‍लाह के एक और कमांडर को मार दिया है. इज़रायली वायुसेना ने हिज़्बुल्लाह के कमांडर खादेर अल ताविल को मारने का दावा किया है. बयान के मुताबिक खादेर हिज्‍बुल्‍लाह के दो और कमांडरों मोहम्मद हैदर और हसन नाथिर अल राइनी के साथ मिलकर काम कर रहा था, जिन्हें कुछ दिन पहले मारा गया. इजरायल के मुताबिक ये तीनों इजरायल की उत्तरी सीमा पर बसे शहर कफार युवाल पर ऐंटी टैंक मिसाइल से हमले के लिए जिम्‍मेदार थे.वहीं बीती रात इजरायल ने बेरूत पर 30 से ज्यादा जगहों पर बमबारी की. ये धमाके उन इलाकों पर किए गए जिन्हें हिजबुल्लाह का गढ़ माना जाता है. इन हमलों पर लेबनान की एजेंसी NNA ने कहा कि लेबनान पर इजरायल के हमले की शुरुआत के बाद से लेबनान ने “सबसे हिंसक रात देखी है”. कल रात के हमलों के बाद से यहां का दाहिए शहर काले धुंए से ढका है. रात भर बेरूत में कई और हमले किए गए, जिसमें सेना के अनुसार हथियार डिपो, कमांड रूम और अन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया.इस बीच इजरायली सेना के अभियान के बाद से लेबनान खासतौर पर दक्षिणी लेबनान से करीब 12 लाख लोग बेघर हो चुके हैं. कई लोग लेबनान छोड़ कर सीरिया और तुर्की जाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ शिपिंग कंपनियां इसके लिए लोगों से मुंहमांगी कीमतें वसूल कर रही हैं. मेडलाइन नाम की एक कंपनी ऐसे लोगों को लेबनान से भूमध्य सागर के रास्ते तुर्की के मर्सिन ले जाने का प्रस्ताव दे रही है. 12 से 15 घंटे के इस समुद्री सफर के लिए एक टिकट ढाई सौ डॉलर का है. लेबनान की एकमात्र एयरलाइंस मिडल ईस्ट एयरलाइंस भी लोगों को लेबनान से बाहर ले जाने में जुटी है. हजारों लोगों की भीड़ लेबनान छोड़ने के लिए लगी हुई है.दक्षिण इजरायल के बीयरशेवा में एक आतंकी हमला हुआ है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ घायल हो गए हैं. इज़रायल की एक महिला इस हमले में मारी गई है. एक पुलिस प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि बीयरशेवा के सेंट्रल स्टेशन पर संदिग्ध गोलीबारी की घटना के बारे में रिपोर्ट मिली है. घटनास्थल पर कई लोग घायल हुए हैं. आतंकी को घटनास्थल पर ही ढेर कर दिया गया और दक्षिणी जिले के कई पुलिस बल मौके पर हैं.इजरायल के हमलों के एक साल पूरे होने के मौके पर इजरायल और अमेरिका के खिलाफ दुनिया के तमाम इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इंडोनेशिया, मैक्सिको, चिली, स्‍पेन और अमेरिका में न्यूयॉर्क और लॉस एंजिल्स तक सब जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. युद्ध का एक साल पूरा होने पर फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन सबसे ज्‍यादा देखने को मिल रहे हैं.इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में फिलिस्तीन समर्थक लोग अमेरिका के दूतावास की ओर बढ़े, जिसके बाद सुरक्ष बलों ने अमेरिकी दूतावास का रास्ता बंद कर दिया और एक हजार से ज्‍यादा पुलिसकर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में लगा दिया. वहीं मैक्सिको सिटी में भी भारी तादाद में लोगों ने अमेरिका के दूतावास के सामने रैली की तो अमेरिका के न्यूयॉर्क में फिलिस्तीन समर्थक टाइम्स स्क्वेयर पर जुटे और गाज़ा में युद्धविराम की मांग की. वहीं चिली की राजधानी सैंटियागो में फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन हुए तो स्पेन की राजधानी मैड्रिड में भी हजारों प्रदर्शनकारी फिलिस्तीन के समर्थन में जुटे.उधर इटली की राजधानी रोम में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हो गई. पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोलों और पानी की बौछारों का इस्तेमाल करना पड़ा.

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