“यह समाज अब उस पंचायती बकरी की तरह हो गया है, जिसे दोनों तरफ से घसीटा जा रहा है — और बीच में खड़ी बुद्धिजीवी जमात थाली बजा रही है कि देखो, हम कितने निष्पक्ष हैं.” “यह समाज अब उस पंचायती बकरी की तरह हो गया है, जिसे दोनों तरफ से घसीटा जा रहा है — और बीच में खड़ी बुद्धिजीवी जमात थाली बजा रही है कि देखो, हम कितने निष्पक्ष हैं.” NDTV India – Latest
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