दरअसल उत्तर प्रदेश से आतिशी का खास रिश्ता है. मिर्जापुर का अनंतपुर गांव आतिशी का ससुराल है. इसके साथ ही एक लंबे समय तक आतिशी बनारस में भी रही हैं. सीएम के नाम की घोषणा के बाद आतिशी के ससुराल वालों का क्या कहना है,
सियासी हलचल के बीच आतिशी दिल्ली की नई सीएम बनने जा रही हैं. केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा के बाद अब आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के सीएम पद की शपथ लेंगी. आतिशी के सीएम बनने की घोषणा पर सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश में भी जश्न का माहौल है. दरअसल उत्तर प्रदेश से आतिशी का खास रिश्ता है. मिर्जापुर का अनंतपुर गांव आतिशी का ससुराल है. इसके साथ ही एक लंबे समय तक आतिशी बनारस में भी रही हैं. सीएम के नाम की घोषणा के बाद आतिशी के ससुराल वालों का क्या कहना है,
मिर्जापुर में हुई आतिशी की शादी
बनारस में ही साल 2006 में ICAR के पूर्व अध्यक्ष और बीएचयू के वाइस चांसलर प्रो. पंजाब सिंह के इकलौते बेटे प्रवीण सिंह से आतिशी की शादी हुई. पंजाबी राजपूत परिवार से ताल्लुक रखते वाले आतिशी के पति प्रवीण सिंह IIT दिल्ली से पासआउट हैं. IIM अहमदाबाद से भी पढ़ाई की है. रिसर्चर होने के साथ-साथ फिलहाल सद्भावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी से जुड़े हैं. आतिशी की ससुराल बेहद शिक्षित परिवार के रूप में जानी जाती है. आतिशी के ससुर बीएचयू के पूर्व कुलपति रह चुके हैं.
आतिशी का परिचय
आतिशी की बात करें आतिशी की स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई है. फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से साल 2001 में ग्रैजुएशन..फिर आगे की पढ़ाई के लिए आतिशी इंग्लैंड चली गईं. आतिशी ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर्स की पढ़ाई पूरी की. पढ़ाई पूरी करके आतिशी भारत लौटी, कुछ दिन आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में काम किया, एक गैर-सरकारी संगठन संभावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के साथ भी जुड़ी रहीं.
पति प्रवीण से कैसे हुई मुलाकात?
आतिशी और प्रवीण की मुलाकात भी समाज सेवा के काम के दौरान ही हुई थी. मिली जानकारी के अनुसार आतिशी के पति प्रवीण भी शुरू में उनके साथ आम आदमी पार्टी में जुड़े थे लेकिन बाद में प्रवीण ने चुपचाप लो प्रोफाइल में काम करना पसंद किया. आतिशी की बात करें तो पिछले दो सालों में तो आतिशी आप का सबसे विश्वसनीय चेहरा बनकर उभरी हैं. वो फिलहाल दिल्ली मंत्रिमंडल में सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. इसमें वित्त, जल, शिक्षा, लोक निर्माण, बिजली, राजस्व, योजना, सेवा, कानून, सतर्कता और अन्य प्रमुख विभागों की मंत्री हैं. दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आतिशी की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई. केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद से ही आतिशी के नाम की चर्चा तेज थी, जिसपर बाद में मुहर लगी.
केजरीवाल काफी भरोसा करते हैं
आपको बता दें कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद अब आतिशी 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. केजरीवाल ने 17 सितंबर की शाम को उपराज्यपाल विनय सक्सेना को CM पद से इस्तीफा सौंपा था. उनके साथ आतिशी और 4 मंत्री मौजूद थे. इसके बाद आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया. फिर उन्होंने नई सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया. उपराज्यपाल से शपथ ग्रहण की तारीख तय करने की भी मांग की है. दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को 2 दिन का विधानसभा सत्र बुलाया है. आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी. इससे पहले BJP की सुषमा स्वराज पहली सीएम बनी थीं. हालांकि, उनका कार्यकाल 52 दिन का रहा था. इसके बाद कांग्रेस की सरकार में शीला दीक्षित सीएम बनीं. शीला दीक्षित लगातार 3 बार CM रह चुकी हैं. उनका कार्यकाल 15 साल 25 दिन का रहा.
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