हिमाचल प्रदेश में अब विधानसभा के बाहर तीन निर्दलीय विधायक अपना इस्तीफा मंजूर न होने पर धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने विधानसभा स्पीकर पर कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया है. वे कोर्ट में जाने की धमकी भी दे रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में अब विधानसभा के बाहर तीन निर्दलीय विधायक अपना इस्तीफा मंजूर न होने पर धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने विधानसभा स्पीकर पर कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह व्यवहार करने का आरोप लगाया है. वे कोर्ट में जाने की धमकी भी दे रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद अब निर्दलीय विधायक नालागढ़ के केएल ठाकुर, हमीरपुर के आशीष कुमार और देहरा के होशियार सिंह धरने पर बैठ गए हैं. इन तीनों विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था लेकिन मंजूर नहीं हुआ.
धरना दे रहे तीनों विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल भी चुके हैं. बीजेपी में शामिल होने से एक दिन पहले 22 मार्च को उन्होंने अपने-अपने इस्तीफे दे दिए थे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने अभी तक उनके इस्तीफे मंजूर नहीं किए हैं, उल्टा विधायकों को नोटिस देकर जवाब मांगा है कि अभी सिर्फ 15 महीने का ही कार्यकाल हुआ है, फिर इस्तीफा क्यों?
शिमला में विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे विधायकों का आरोप है कि हमने अपनी इच्छा से विधानसभा से इस्तीफा 22 मार्च को दे दिया था. अभी तक स्पीकर ने इस्तीफा मंजूर नहीं किया है, इसलिए धरने पर बैठे हैं. उन्होंने स्पीकर पर आरोप लगाया कि वे उनसे कांग्रेस कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं न कि स्पीकर की तरह. उन्होंने कहा कि स्पीकर अगर इस्तीफा मंजूर नहीं करते हैं तो वे उनके खिलाफ कोर्ट में जाएंगे.
बहरहाल हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के अयोग्य घोषित होने और तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे को लेकर बीजेपी उत्साहित है. अब बीजेपी हिमाचल में सरकार बनाने के लिए जोर लगा सकती है. जारी राजनीतिक घटनाक्रम इसी की कड़ी है.
(शिमला से वीडी शर्मा की रिपोर्ट)
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