Bihar Don: बिहार में एक से बढ़कर एक डॉन हुए हैं. हालांकि, अब ज्यादातर जुर्म के रास्ते से खुद को दूर बताते हैं. मगर लोगों में इनकी दहशत अब भी है. जानिए ऐसे ही सभी डॉन के बारे में…
फिल्मों में तो हर किसी ने गैंग्स के बारे में देखा ही होगा. वेबसीरिज पर भी कई गैंग्स पर कहानियां बनीं हैं. मगर बिहार के गैंग कुछ अलग किस्म के होते हैं. यहां अब भी कई गैंग्स काम करते हैं. कुछ अब पर्दे के पीछे से काम कर रहे हैं तो कुछ आज भी खुलेआम. यहां जानिए बिहार के सभी डॉन के बारे में, मगर पहले मोकामा में गैंगवार की कहानी जान लीजिए. बिहार की राजधानी पटना के ही एक जिले का ब्लॉक है मोकामा. पटना से यही कोई अस्सी किलोमीटर दूर. गैंग्स ऑफ मोकामा के कई किरदारों में दो अहम किरदार हैं. एक अनंत सिंह और दूसरे सोनू-मोनू. सोनू और मोनू सगे भाई हैं. ये अनंत सिंह से सीधे भिड़ने के बाद चर्चा में आ गए हैं.
अनंत सिंह इस इलाके के पुराने बाहुबली हैं और पूर्व विधायक भी. सोनू-मोनू भी एक समय अनंत सिंह के काफी करीबी हुआ करते थे. एक पुरानी तस्वीर भी सामने आ गई है, जिसमें सोनू और मोनू अनंत सिंह के साथ दिख रहे हैं. अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग, दोनों ही इस इलाक़े के बड़े कारोबार में अपना दबदबा रखते हैं. ख़ास तौर पर बाढ़ में चल रहे NTPC पॉवर प्रोजेक्ट में. बुधवार का मामला संपत्ति विवाद से जुड़ा हुआ है… सोनू मोनू ने गांव के ही एक परिवार के घर में ताला जड़ दिया..कहा जा रहा है कि मसला पैसे की लेनदेन से जुड़ा हुआ है. कहा जा रहा है कि जब पीड़ित व्यक्ति अपनी गुहार ले कर अनंत सिंह के पास पहुंचा, तो अनंत सिंह दल बल के साथ गांव में पहुंच गए.
क्या हुआ…
बुधवार रात को मोकामा के नौरंग जलालपुर गांव में गोलियों की तड़तड़ाहट सुनी गई. इसका वीडियो भी वायरल हो गया है. वीडियो किसी मकान की छत से बनाया गया है. दूर गली में एक सफेद गाड़ी खड़ी है. अचानक गोलियां चलने लगती हैं और एक के बाद एक ऐसे चलती हैं कि रुकने का नाम ही नहीं लेतीं. जब गोली चली तो गांव में अफरातफरी मच गई…लोग इधर उधर भागने लगे. कहा जा रहा है पूरे 70 राउंड गोलियां चलीं. थोड़ी ही देर में पता चला कि गोलीबारी पूर्व विधायक अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच हुई है. इसी के साथ नौरंगा जलालपुर गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
3 केस दर्ज
60 से 70 राउंड की फायरिंग हुई…ऐसा बताया जा रहा है कि मोकामा के उस गांव में करीब 20 से 25 मिनट तक लगातार गोलियां चलती रहीं…और पुलिस या प्रशासन का कोई दखल कहीं नहीं दिखा. ये सारा कुछ उस पटना जिले के अंदर हुआ, जो बिहार की राजधानी है. जहां राज्य के मुख्यमंत्री बैठते हैं. इस केस में तीन FIR दर्ज की गई हैं. पहली उस आदमी की तरफ से जिसके मकान में ताला बंद कर दिया गया. दूसरी सोनू-मोनू गैंग की तरफ से और तीसरी FIR अनंत सिंह ने दर्ज करवाई है.
मोकामा, बाढ़, पटना और बिहार के पूरे दियारा इलाके में कभी अनंत सिंह की तूती बोलती थी. छोटे सरकार के नाम से जाने जाने वाले अनंत सिंह भूमिहार वोट के कारण एक से ज्यादा राजनीतिक दलों के प्रिय बने रहे. ये वही अनंत सिंह हैं, जिन्होंने चुनाव के दौरान नीतीश कुमार को चांदी के सिक्कों से तौलवा दिया था. पहले इस इलाक़े में उनके बड़े भाई दिलीप सिंह का दबदबा हुआ करता था, लेकिन उनकी मृत्यु के बाद अनंत सिंह ने विरासत संभाल ली.
अनंत-सोनू-मोनू की क्यों दुश्मनी
अनंत सिंह के ऊपर 38 से ज्यादा आपराधिक मामले हैं और हाल में ही एके 47 रखने के मामले में उन्हें 10 साल की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद उनकी विधायकी चली गई. उनके पास अरबों की घोषित एवं उससे कई गुना ज़्यादे अघोषित सम्पत्ति है. 2020 में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी RJD के टिकट पर मोकामा से विधायक बनीं, लेकिन बाद में उन्होंने JDU को अपना समर्थन दे दिया. अनंत सिंह बाढ़ के NTPC प्रोजेक्ट के बेताज बादशाह माने जाते हैं और कहते हैं कि यहां इनकी मर्जी के बगैर एक पत्ता भी नहीं हिलता. और यही वो NTPC प्रोजेक्ट है, जिसमें लेबर कान्ट्रैक्ट का काम सोनू और मोनू भी करते हैं. सोनू और मोनू अपराध की दुनिया के पुराने नाम हैं और पिछले 10 वर्षों में दोनों ने खासा दबदबा बनाया है.
बिहार के अन्य बाहुबली
नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद इनमें से ्अधिकांश ने डॉन वाला काम सामने से बंद कर दिया है. हालांकि, अब भी इनके नाम की दहशत आम लोगों के दिलों में कायम है.
NDTV India – Latest
More Stories
BJP को दिल्ली हाई कोर्ट से लगा झटका, CAG रिपोर्ट पर विधानसभा सत्र बुलाने की याचिका खारिज
‘सिंहासन खाली करो कि जनता आती है’ का विवाद अब हाई कोर्ट पहुंचा, बढ़ी कंगना रनौत की दिक्कतें
दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अमित शाह पर केजरीवाल ने साधा निशाना, योगी का नाम लेकर जानें क्या कहा