Donald Trump Tariff War And China: अमेरिका के अर्थशास्त्री इसे महंगाई में बढ़ोतरी और अमेरिकी नीतियों में लगातार हो रहे बदलाव से निवेशकों में बढ़ता डर बता रहे हैं.
Donald Trump Tariff War And China: अमेरिका में उथल-पुथल है. सोमवार को वॉल स्ट्रीट के शेयर फिर तेजी से गिर गए. निवेशक डरे हुए हैं. सेफ गेम खेलते हुए शेयर धड़ाधड़ बेच रहे हैं. अमेरिकी निवेशकों को भी डर है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर ग्लोबल आर्थिक मंदी को जन्म देगा. सोमवार को कारोबार के लगभग 20 मिनट बाद, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 3.6 प्रतिशत गिरकर 36,947.62 पर आ गया. व्यापक आधार वाला एसएंडपी 500 3.5 प्रतिशत गिरकर 4,897.96 पर आ गया, जबकि तकनीक से समृद्ध नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स 3.7 प्रतिशत गिरकर 15,017.24 पर आ गया. यहीं नहीं अमेरिका की मैग्निफिशिएंट सेवन अल्फाबेट, अमेज़न, एप्पल, मेटा प्लेटफॉर्म्स, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया और टेस्ला के शेयरों में भी गिरावट है.
क्रिप्टो कंपनियां भी हुईं बेहाल

यही नहीं, सोमवार को अमेरिकी सूचीबद्ध क्रिप्टो कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई है. बिटकॉइन सोमवार को 5.5% तक गिरकर 2025 में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया, और अंतिम बार देखे जाने तक 2.1% से कम पर कारोबार कर रहा था. कॉर्पोरेट बिटकॉइन धारक स्ट्रैटेजी प्रीमार्केट ट्रेडिंग में 10% से अधिक गिर गई, जबकि क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस 7% गिर गया. ऑनलाइन ब्रोकरेज रॉबिनहुड 10.5% गिर गया, जब बार्कलेज ने अपने मूल्य लक्ष्य को घटा दिया, यह कहते हुए कि क्रिप्टो बाजार में उथल-पुथल इस तिमाही में कंपनी के लेनदेन राजस्व को कम कर सकती है. खनिकों में, MARA होल्डिंग्स में 11% की गिरावट आई, जबकि क्लीनस्पार्क में 10% की गिरावट आई. गेमस्टॉप, वीडियोगेम रिटेलर, जिसने पिछले महीने ट्रेजरी रिजर्व एसेट के रूप में बिटकॉइन को जोड़ने को मंजूरी दी थी, लगभग 4% गिर गया.

अमेरिका के अर्थशास्त्री इसे महंगाई में बढ़ोतरी और अमेरिकी नीतियों में लगातार हो रहे बदलाव से निवेशकों में बढ़ता डर बता रहे हैं. जेपी मॉर्गन चेस के मुख्य कार्यकारी जेमी डिमन ने निवेशकों को लिखे एक पत्र में कहा, “टैरिफ की सूची मंदी का कारण बनेगी या नहीं, यह सवाल बना हुआ है, लेकिन इससे विकास धीमा हो जाएगा.” उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि “हालिया टैरिफ से मुद्रास्फीति में वृद्धि होने की संभावना है.”
ट्रंप टैरिफ पर क्या सोच रहे

ये सब देखते हुए अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को अगले 90 दिनों तक रोकने पर विचार करने लगे हैं. हालांकि, वो चीन को एक दिन की भी राहत देने के मूड में नहीं है. ट्रंप इन 90 दिनों के भीतर सभी देशों के साथ नए ट्रेड एग्रीमेंट करने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि, सोमवार को ट्रंप ने अमेरिकियों से कहा, “कमज़ोर मत बनो! मूर्ख मत बनो!… मजबूत, साहसी और धैर्यवान बनो, और इसका परिणाम महानता होगा!” इससे पहले रविवार को उन्होंने कहा था, “कभी-कभी आपको कुछ ठीक करने के लिए दवा लेनी पड़ती है.” वहीं ट्रंप के ट्रेड वॉर के चलते दुनिया भर में हलचल मची हुई है. भारत के शेयर बाजार में भी भारी गिरावट आई और सोमवार को ही निवेशकों के 14 लाख करोड़ रुपये डूब गए. यही हाल चीन, जापान, आस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, जर्मनी, हांगकांग सहित लगभग सभी देशों का रहा है. अगर ट्रंप 90 दिनों के लिए टैरिफ वॉर को रोक देते हैं तो शायद निवेशकों का भरोसा फिर से लौट आए.
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