बांग्लादेश से एक स्वतंत्रता सेनानी को अपमानित करने का वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग अब्दुल हई कानू के गले में जूतों की माला पहना रहे हैं और उन्हें धमका रहे हैं.
बांग्लादेश (Bangladesh) में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद से ही कट्टरपंथी हावी हैं. हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों के बाद अब बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों को भी निशाना बनाया जा रहा है. बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल हई कानू (Abdul Hai Kanu) को कोमिला में कथित तौर पर गले में जूतों की माला डालकर अपमानित किया गया है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और इसके बाद कानू छिप गए हैं. इस घटना ने उन सरकारी दावों की भी पोल खोल दी है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि बांग्लादेश में सब ठीक है. साथ ही इस तरह की घटनाओं से सवाल खड़ा हो रहा है आखिर बांग्लादेश किस ओर जा रहा है?
बांग्लादेश से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें 10 से 12 लोग स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल हई कानू को घेरकर खड़े हैं और उन्हें जूतों की माला पहनाते और इलाके से बाहर निकालने की धमकी देते नजर आ रहे हैं.
इस घटना को लेकर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. हालांकि अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
कानू चौड्डाग्राम उपजिले के लुदियारा गांव के रहने वाले हैं. इस घटना के बाद से ही वह अपने घर पर नहीं हैं. बताया जा रहा है कि सुरक्षा कारणों से उन्होंने यह कदम उठाया है. हालांकि यह भी जानकारी सामने आ रही है कि वे अपनी बेटी के घर पर रहने के लिए चले गए हैं.
सरकारी निंदा, लेकिन…
कानू को जूतों की माला पहनने के लिए मजबूर करने का वीडियो वायरल होने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने घटना की कड़ी निंदा की है. प्रेस विंग के मुख्य सलाहकार ने एक बयान में कहा कि हम चौड्डाग्राम में स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल हई कानू की मानहानि की कड़ी निंदा करते हैं. साथ ही बयान में कहा गया कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन को घटना की जांच करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए कहा गया है.
यह उल्लेख करते हुए कि स्थानीय पुलिस ने कहा है कि हाई हत्या सहित नौ मामलों में आरोपी है, प्रेस विंग के बयान में कहा गया, “हम सभी से कानून को अपने हाथ में लेने से परहेज करने के लिए कहते हैं.”
चौड्डाग्राम पुलिस स्टेशन के प्रभारी के मुताबिक, कानू का नाम हत्या सहित कछ मामलों में है. वहीं कानू खुद सार्वजनिक रूप से नौ मामलों में फंसने और 14 बार जेल जाने की बात कह चुके हैं.
क्या है वीडियो में?
एक मिनट और 46 सेंकेड के वीडियो में एक शख्स को बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानी अब्दुल हई कानू को धमकी देते सुना जा सकता है. वह कानू से घर छोड़ने के लिए कहता है और दूसरा व्यक्ति पूरी तरह से कोमिला छोड़ने की धमकी देता है. इस दौरान बेहद परेशान नजर आ रहे कानू उन लोगों से हाथ जोड़कर माफी भी मांगते हैं. आरोपियों ने उन पर समुदाय को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया. इसके बाद दो शख्स उन्हें दूर ले जाते हैं.
स्थानीय लोगों के अनुसार, हुई रविवार को सुबह स्थानीय बाजार गए थे और कुछ लोगों ने उन्हें रोक लिया. यह लोग उन्हें कुलियारा हाई स्कूल ले गए, जहां पर उन्हें प्रताड़ित किया गया. घटना के बाद आरोपी भाग निकले.
पुलिस ने जांच में कई संदिग्धों की पहचान की है. इनमें ऐसे व्यक्ति भी शामिल हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे गाजीपुर और ढाका के रहने वाले हैं.
कानू ने क्या कहा?
इस घटना को लेकर अब्दुल हई कानू बेहद व्यथित नजर आए. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मेरे साथ जो हुआ वह बर्बर है. अपराधियों को 24 घंटे में गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो मैं अपनी जान दे दूंगा. मेरे परिवार को 2016 से लगातार परेशान किया जा रहा है, जब मेरे बेटे बिप्लब ने बतिशा यूनियन के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा था. पूर्व सांसद मुजीबुल हक ने उसकी उम्मीदवारी का विरोध किया था और हमारे खिलाफ नौ मामले दर्ज किए गए थे, यहां तक कि मुझे जेल भी भेज दिया.”
उन्होंने यह भी कहा कि जेल में रहने के दौरान उन्होंने जमात-ए-इस्लामी नेता सैयद अब्दुल्ला मोहम्मद ताहेर के साथ कोठरी साझा की थी. उन्होंने कहा, “रविवार को ताहेर के पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में उन्होंने मेरे साथ पाकिस्तानियों से भी बदतर व्यवहार किया. उन्होंने मेरे गले पर चाकू भी रखा.”
कानू ने आरोपियों को लेकर कहा, “एक कुख्यात अपराधी है जो 5 अगस्त के बाद इलाके में लौट आया और अपनी गतिविधियों को फिर से शुरू कर दिया. दूसरा गाजीपुर में रहता है.”
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