Pakistan PTI Protest: पीटीआई समर्थकों का काफिला शक्ति प्रदर्शन के लिए लगातार इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा है. ये काफिला सोमवार तड़के गाजी बरोथा पुल को पार कर गया है. जगह-जगह पुलिस का पहरा है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है.
पाकिस्तान में इन दिनों बड़ा आंदोलन छिड़ा हुआ (Pakistan Protest) है. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की रिहाई की मांग को लेकर पूरे देश से पीटीआई कार्यकर्ता इस्लामाबाद (PTI Islamabad Protest) की ओर कूच कर रहे है जिसकी वजह से हालात बेकाकू होते जा रहे हैं. जगह-जगह हिंसा की खबरें भी सामने आ रही हैं. पीटीआई कार्यकर्ताओं के इस हुजूम का नेतृत्व खुद इमरान खान की बेगम बुशरा बीबी
कर रही हैं.
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर “करो या मरो” वाले विरोध प्रदर्शन के लिए इस्लामाबाद की तरफ बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों के कारवां का नेतृत्व कर रहे हैं. एक वीडियो सामने आया है, जिसमें बुशरा बीबी सीएम गंडापुर के साथ कंटेनर पर खड़े होकर पीटीआई कार्यकर्ताओं में जोश भरती दिखाई दे रही हैं.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और कार्यकर्ता जेल में बंद इमरान खान के आदेश के बाद रविवार से मौजूदा सरकार के खिलाफ अपने “करो या मरो” विरोध प्रदर्शन करने के लिए इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहे हैं. पीटीआई की चार मांगें हैं – 26वें संवैधानिक संशोधन को रद्द करें, लोकतंत्र और संविधान को “बहाल” करें, जनता का जनादेश वापस करें और सभी “निर्दोष राजनीतिक” कैदियों को रिहा करें.इस्लामाबाद हाई कोर्ट के अधिकारियों को निर्देश दिए जाने के बावजूद कि नए शांतिपूर्ण विधानसभा कानून का उल्लंघन करते हुए, पार्टी को राजधानी में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाए. इसके बाद भी पीटीआई कार्यकर्ता आगे बढ़ रहे हैं.इमरान खान की पार्टी ने हाल के महीनों में कई बार इस्लामाबाद तक मार्च किया है, उनके कार्यकर्ता कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ झड़प कर रहे हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. पीटीआई कार्यकर्ताओं ने रविवार को बेलारूसी राष्ट्रपति की यात्रा से एक दिन पहले विरोध प्रदर्शन शुरू किया.शहबाज सरकार विरोध से निपटने के लिए देश के प्रमुख शहरों में इंटरनेट बंद करने समेत सख्त सुरक्षा कदम उठा रही है.पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद में दो महीने के लिए धारा 144लागू कर दी है. रेंजर्स और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी) यूनिट्स के साथ 8,000 अतिरिक्त पुलिस अधिकारियों को इस्लामाबाद में तैनात किया है. इस्लामाबाद प्रशासन के अलावा, पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक 3 दिनों के लिए पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है. 10,700 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को स्टैंडबाय पर रखा गया है.अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान को प्रधान मंत्री पद से हटाने के बाद से पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कई बार विरोध प्रदर्शन किए हैं.
इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा PTI समर्थकों का काफिला
पीटीआई समर्थकों का काफिला शक्ति प्रदर्शन के लिए लगातार इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा है. ये काफिला सोमवार तड़के गाजी बरोथा पुल को पार कर गया है. जगह-जगह पुलिस का पहरा है. चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. लाहौर प्रशासन ने आज तड़के महानगर के कई हिस्सों में यातायात आंशिक रूप से बहाल कर दिया है. दाता दरबार, आजादी चौक, शाहदरा और शहर के अन्य इलाकों में यातायात आंशिक रूप से बहाल किया गया है.
पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने रविवार को ‘इस्लामाबाद की सुरक्षा’ का संकल्प लिया, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के हजारों समर्थक भारी सुरक्षा बलों की तैनाती और मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर रोक के बीच विरोध प्रदर्शन करने के लिए संघीय राजधानी के लिए कूच कर रहे हैं.
इमरान की रिहाई के लिए शक्ति प्रदर्शन
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 13 नवंबर को, 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए ‘‘अंतिम आह्वान” किया था. उन्होंने जनादेश की चोरी, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की और कहा कि इसने ‘‘तानाशाही शासन” को मजबूत किया है. इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने जनता से ‘‘गुलामी की बेड़ियां तोड़ने” के लिए मार्च में शामिल होने का आह्वान किया है.
गृह मंत्री खुद दौरे के लिए डी-चौक पहुंचे, जहां पर इमरान की पार्टी प्रदर्शन करने की योजना बना रही है. डी-चौक कई अहम सरकारी इमारतों के बीच मौजूद है, जिनमें राष्ट्रपति आवास, प्रधानमंत्री कार्यालय, संसद और उच्चतम न्यायालय है. इलाके की निगरानी के लिए पुलिस और फ्रंटियर कांस्टेबुलरी के साथ रेंजर्स को तैनात किया गया है.
डी-चौक पर सुरक्षा का सख्त पहरा
नकवी ने मीडिया से कहा कि सरकार को सख्त सुरक्षा उपाय करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. उन्होंने कहा, “एक विकल्प यह है कि हम उन्हें आने दें और इस्लामाबाद को पंगु बना दें. दूसरा विकल्प इस्लामाबाद की सुरक्षा करना है.” गृहमंत्री ने कहा कि डी-चौक की ओर मार्च करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा. नाकेबंदी ‘‘पिछली बार जितने बुरे नहीं थे” और सरकार असुविधा से जूझ रहे लोगों को यथासंभव राहत देने की कोशिश कर रही है.
नकवी ने कहा कि जिस क्षेत्र में पीटीआई ने विरोध प्रदर्शन बुलाया है वह इस्लामाबाद का अति संवेदनशील इलाका है, जिसकी निगरानी आईजी (महानिरीक्षक) और डीआईजी (उप महानिरीक्षक) करते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि मोबाइल सेवाएं अभी भी चालू हैं, हालांकि कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. नकवी ने विरोध प्रदर्शन के समय की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी उसी मार्ग का उपयोग कर रहे थे, जिससे बेलारूस के प्रतिनिधिमंडल को गुजरना है. उन्होंने कहा कि अगर करना ही चाहते हैं तो यह आपका अधिकार है, लेकिन आपको पता है कि कौन आ रहा है और फिर भी आप सड़कें अवरुद्ध कर रहे हैं तथा परेशानी पैदा कर रहे हैं.
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