January 30, 2025
एक गाने से हुई मशहूर, गाए 15 हजार गाने, सिंगिंग की दुनिया पर करती थी राज, अब महा कुंभ में नजर आईं 90 की गुमनाम सिंगर

एक गाने से हुई मशहूर, गाए 15 हजार गाने, सिंगिंग की दुनिया पर करती थी राज, अब महा कुंभ में नजर आईं 90 की गुमनाम सिंगर​

साधना सरगम को संगीत विरासत में मिला है. उनकी मां नीला घानेकर एक क्लासिकल सिंगर थीं. साधना ने पहली बार फिल्म तृष्णा (1978) में किशोर कुमार के गाने 'पम पारारमपम, बोले जीवन की सरगम' में कोरस किया था.

साधना सरगम को संगीत विरासत में मिला है. उनकी मां नीला घानेकर एक क्लासिकल सिंगर थीं. साधना ने पहली बार फिल्म तृष्णा (1978) में किशोर कुमार के गाने ‘पम पारारमपम, बोले जीवन की सरगम’ में कोरस किया था.

इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे बड़ी महिला सिंगर स्वर्गीय लता मंगेशकर को माना जाता है. भारत रत्न से सम्मानित लता जी कला की दुनिया में भारत की धरोहर बन चुकी हैं. इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में लता जी के बाद कई महिला सिंगर्स आईं और खूब नाम कमाया. वहीं, 1980 और 90 के दशक में इंडियन फिल्म इंडस्ट्री को कविता कृष्णमूर्ति, अल्का याग्निक, अनुराधा पौडवाल और साधना सरगम जैसी लीड गायिका मिलीं, जिनके गाने आज भी यूट्यूब पर सबसे ज्यादा सुने जाते हैं. एक समय था जब उदित नारायण की जोड़ी अल्का याग्निक और कुमार सानू के साथ साधना सरगम अपने गानों से एंटरटेन करती थीं. साधना सरमग को छोड़कर इन सभी गायकों को आज भी याद किया जाता है. आखिर सिंगिंग की दुनिया से कैसे गायब हुईं बॉलीवुड से साउथ सिनेमा में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाली सिंगर साधना सरगम.

साधना सरगम को मिले इतने अवार्ड्स

कहा जाता है कि साधना सरगम साउथ सिनेमा में लता और आशा मंगेशकर से भी ज्यादा पॉपुलर थी. 55 साल की सिंगर का आज के समय में उनके फैंस उनका गाना सुनने को तरस रहे हैं. महाराष्ट्र के दाभोल में पैदा हुईं साधना सरगम ने हिंदी, मराठी, बंगाली, नेपाली और तमिल भाषा में गाने गाए हैं. साधना सरगम को अपनी गायिकी के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड भी मिला है. इसके अलावा फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ, पांच महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवार्ड, चार गुजरात स्टेट फिल्म अवार्ड्स और एक ओडिशा स्टेट फिल्म अवार्ड मिला है.

15 हजार से ज्यादा गाने गाए

साधना सरगम को संगीत विरासत में मिला है. उनकी मां नीला घानेकर एक क्लासिकल सिंगर थीं. साधना ने पहली बार फिल्म तृष्णा (1978) में किशोर कुमार के गाने ‘पम पारारमपम, बोले जीवन की सरगम’ में कोरस किया था. साधना ने 6 साल की उम्र में दूरदर्शन के लिए सॉन्ग ‘एक अनेक और एकता’ भी गाया था. साधना ने 1982 में सुभाष घई की फिल्म ‘विधाता’ के सॉन्ग ‘सात सहेलियां’ से अपना सिंगिंग डेब्यू किया था. गाने में पद्मिनी कोल्हापुरी एक्ट्रेस थीं और इस गाने को कल्याणजी-आनंदजी ने कंपोज किया था. गाने में किशोर कुमार और अल्का याग्निक की भी आवाज दी थी. साधना ने अपने अब तक के करियर में 36 भाषाओं में 15 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. बता दें, फिल्म ‘विश्वात्मा’ का ऑल टाइम चार्टबस्टर सॉन्ग ‘सात समंदर पार मैं तेरे..’ भी साधना सरगम ने ही गाया है.

अब गुमनाम सिंगर साधना सरगम कुंभ में दिखीं. 16 जनवरी से ‘संस्कृति का महाकुंभ’ प्रारंभ हो चुका है. इसके 11वें दिन गणतंत्र दिवस पर अध्यात्म व भारतीय संस्कृति के साथ देशभक्ति की त्रिवेणी में भी श्रोता डुबकी लगाएंगे. संस्कृति विभाग की तरफ से 26 जनवरी को भी चारों पंडाल (गंगा, यमुना, सरस्वती और त्रिवेणी) में प्रस्तुतियां होंगी. गंगा पंडाल पर मुख्य कार्यक्रम बॉलीवुड सिंगर साधना सरगम का हुआ.

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