“यह भेदभाव और छुआछूत का नया रूप है. लोग कहते हैं कि इसे खत्म कर दिया गया है, नहीं. यह सिर्फ जाति से बदलकर वर्ग हो गया है. इसका रूप बदल गया है, लेकिन यह अभी भी मौजूद है.” “यह भेदभाव और छुआछूत का नया रूप है. लोग कहते हैं कि इसे खत्म कर दिया गया है, नहीं. यह सिर्फ जाति से बदलकर वर्ग हो गया है. इसका रूप बदल गया है, लेकिन यह अभी भी मौजूद है.” NDTV India – Latest
More Stories
CBSE 12th Result 2025 LIVE: सीबीएसई परीक्षा में 88.39% छात्र हुए पास, लड़कियों ने मारी बाजी; रिजल्ट ऐसे चेक करें
डॉलर के मुकाबले 75 पैसे मजबूत हुआ रुपया, US-China ट्रेड डील और FPI इनफ्लो से आई तेजी
न्यूट्रिशनिस्ट Kavita Devgan ने कहा गर्मियों में जरूर खाएं ये 7 चीजें, शरीर को छू भी नहीं पाएगी लू