March 19, 2025
ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, whatsapp और दूरसंचार विभाग ने मिलाया हाथ

ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई, WhatsApp और दूरसंचार विभाग ने मिलाया हाथ​

WhatsApp और दूरसंचार विभाग की खास पहल से ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा. यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाने के लिए नए टूल्स और रिपोर्टिंग फीचर्स जोड़े जा सकते हैं.

WhatsApp और दूरसंचार विभाग की खास पहल से ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा. यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाने के लिए नए टूल्स और रिपोर्टिंग फीचर्स जोड़े जा सकते हैं.

देश में ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online fraud) और साइबर फ्रॉड (cyber crime) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं, खासतौर पर व्हाट्सएप के जरिए वीडियो और वॉयस कॉल या फर्जी मैसेज भेजकर लोगों को जाल में फंसाया जा रहा है. डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) और फिशिंग जैसे मामले बढ़ने के कारण सरकार अब इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है.

इसी दिशा में दूरसंचार विभाग (DoT) ने WhatsApp के साथ हाथ मिलाया है, जिससे ऑनलाइन स्कैम (Online scam) और स्पैम मैसेज पर लगाम लगाई जा सके. यह साझेदारी डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने और लोगों को सतर्क करने के उद्देश्य से की गई है.

WhatsApp और दूरसंचार विभाग का बड़ा कदम

सरकार और WhatsApp मिलकर एक सुरक्षा अभियान चला रहे हैं, जिसका मकसद लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर अपराधों से बचाना है. इस अभियान के तहत दोनों मिलकर फर्जी और संदिग्ध मैसेज की पहचान करने, लोगों को इसके बारे में जानकारी देने और ऑनलाइन फ्रॉड से बचाने के लिए जागरूकता फैलाने का काम करेंगे. इस पहल के जरिए सरकार डिजिटल सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए टेक्नोलॉजी का सही इस्तेमाल कर रही है.

“घोटाले से बचाओ” अभियान का विस्तार

WhatsApp की पैरेंट कंपनी Meta पहले से ही “घोटाले से बचाओ” (Stay Safe from Scams) नाम से एक सुरक्षा अभियान चला रही है, जिसे अब दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर और मजबूत किया जा रहा है. इस अभियान के तहत यूजर्स को यह बताया जाएगा कि कैसे वे फर्जी मैसेज, स्कैम कॉल और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बच सकते हैं. यह पहल न सिर्फ जागरूकता बढ़ाएगी, बल्कि साइबर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में भी मदद करेगी.

WhatsApp कैसे कर रहा है स्कैम रोकने का काम?

WhatsApp अपने प्लेटफॉर्म पर फर्जीवाड़े को रोकने के लिए नए फीचर्स और सुरक्षा उपायों को लागू कर रहा है. इसके लिए वह दूरसंचार विभाग के Digital Intelligence Platform – DIP का इस्तेमाल कर रहा है. यह प्लेटफॉर्म बैंकों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और अन्य सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर डिजिटल खुफिया जानकारी साझा करता है, जिससे धोखाधड़ी करने वालों पर नजर रखी जा सके और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई की जा सके.

डिजिटल सुरक्षा को मिलेगा बढ़ावा

WhatsApp और दूरसंचार विभाग की इस पहल से ऑनलाइन सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा. यूजर्स को फर्जी कॉल्स और मैसेज से बचाने के लिए नए टूल्स और रिपोर्टिंग फीचर्स जोड़े जा सकते हैं. साथ ही, सरकार साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तकनीकी समाधान तैयार कर रही है.

धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहने की जरूरत

ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है. अगर कोई अनजान नंबर से कॉल या मैसेज आए, जिसमें बैंक डिटेल्स या ओटीपी मांगी जाए, तो सतर्क रहें और तुरंत रिपोर्ट करें. WhatsApp और सरकार की यह साझेदारी डिजिटल फ्रॉड को रोकने के लिए एक बड़ा कदम है, लेकिन इससे ज्यादा जरूरी यह है कि हर यूजर खुद भी जागरूक रहे और किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी की जानकारी तुरंत संबंधित प्लेटफॉर्म को दे.

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