कांग्रेस के माथे पर लगा इमरजेंसी का पाप कभी धुलने वाला नहीं : संविधान पर चर्चा के दौरान PM मोदी​

 75 वर्ष की ये उपलब्धि साधारण नहीं है, असाधारण है. जब देश आजाद हुआ और उस समय भारत के लिए जो-जो संभावनाएं व्यक्त की गई थी उन संभावनाओं को निरस्त करते हुए, परास्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है.

संविधान पर चर्चा के दौरान PM मोदी ने कई महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा की है. पीएम मोदी ने कहा कि हमने संविधान की एकता की भावना के अनुरूप नई शिक्षा नीति में मातृभाषा को बहुत बल दिया है और अब गरीब परिवार के बच्चे मातृभाषा में पढ़ाई करके डॉक्टर-इंजीनियर बन सकते हैं: उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों पर भी अपनी राय रखी है, जो निम्नलिखित हैं.

75 वर्ष की ये उपलब्धि साधारण नहीं है

75 वर्ष की ये उपलब्धि साधारण नहीं है, असाधारण है. जब देश आजाद हुआ और उस समय भारत के लिए जो-जो संभावनाएं व्यक्त की गई थी उन संभावनाओं को निरस्त करते हुए, परास्त करते हुए भारत का संविधान हमें यहां तक ले आया है.

इसलिए इस महान उपलब्धि के लिए, संविधान निर्माताओं के साथ साथ देश के कोटि-कोटि नागरिकों का आदरपूर्वक नमन करता हूं.संविधान के 75 वर्ष की यात्रा यादगार यात्रा है और विश्व के सबसे महान और विशाल लोकतंत्र की यात्रा है.

इसकी मूल में हमारे संविधान निर्माताओं की दीर्घ दृष्टि, हमारे संविधान निर्माताओं के योगदान और जिसको लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं, ये 75 वर्ष पूर्ण होने पर एक उत्सव मनाने का पल है.

 NDTV India – Latest 

Related Post