प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर धुले में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस एक जाति के खिलाफ दूसरी जाति को खड़ा करना चाहती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर राज्य के उत्तर-पश्चिमी इलाके धुले में भाजपा के चुनावी अभियान का शंखनाद किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा करने का आरोप लगाया और लोगों को एकजुट रहने के लिए आगाह किया. साथ ही कहा कि कांग्रेस हाशिए पर मौजूद समूहों के खिलाफ साजिश रच रही है. इस इलाके में आदिवासी समुदायों का वर्चस्व है. महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पीएम मोदी की यह पहली रैली थी.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जातियों और समुदायों को बांटने का खतरनाक खेल खेलने का भी आरोप लगाया और कहा कि यदि अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और ओबीसी एकजुट रहेंगे तो कांग्रेस की राजनीति समाप्त हो जाएगी. उन्होंने मतदाताओं से महायुति गठबंधन को फिर से चुनने का आग्रह करते हुए कहा, “एक हैं तो सेफ हैं.”
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा करना चाहती है और एससी, एसटी और ओबीसी की एकता को कमजोर करना चाहती है. नेहरू के समय से ही कांग्रेस और उनके परिवार ने आरक्षण का विरोध किया था और अब उनकी चौथी पीढ़ी के युवराज जाति विभाजन के लिए काम कर रहे हैं. आपको समझना चाहिए कि ‘एक हैं तो सेफ हैं’.”
महायुति ही राज्य के विकास की गारंटी : PM मोदी
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि केवल महायुति ही राज्य में विकास की गारंटी दे सकती है, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी मौजूदा कल्याणकारी उपायों और योजनाओं को खत्म कर देगी. महायुति में भाजपा के साथ ही एकनाथ शिंदे और अजित पवार के नेतृत्व में शिवसेना और राकांपा गुट शामिल हैं.
उन्होंने कहा, “मैं आपसे अपील करता हूं… महायुति के लिए वोट करें जिससे वह अगले पांच सालों के दौरान महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाए. केवल महायुति सरकार ही सुशासन प्रदान कर सकती है, जिसकी महाराष्ट्र को जरूरत है.”
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस केंद्र और महाराष्ट्र दोनों जगह एक साथ सत्ता में थी लेकिन उसने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा नहीं दिया.
कोई ताकत अनुच्छेद 370 बहाल नहीं कर सकती : PM
इस दौरान पीएम मोदी ने ‘इंडिया’ गठबंधन पर जम्मू-कश्मीर से भारत का संविधान हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दुनिया की कोई ताकत वहां अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर सकती है.
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर में केवल (डॉ भीमराव) अंबेडकर के संविधान का पालन किया जाएगा. आपने टीवी पर देखा होगा कि कैसे जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 को वापस लाने का प्रस्ताव रखा गया और जब भाजपा विधायकों ने विरोध किया, तो उन्हें बाहर निकाल दिया गया. देश और महाराष्ट्र को यह समझना चाहिए.”
सीट शेयरिंग को लेकर भी साधा निशाना
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने धर्म पर राजनीति की जिसके कारण भारत का विभाजन हुआ और अब पार्टी जाति की राजनीति कर रही है. उन्होंने उत्तरी महाराष्ट्र के इस जिले में कहा कि देश के खिलाफ इससे बड़ी कोई साजिश नहीं हो सकती.
इस दौरान पीएम मोदी ने सीट शेयरिंग के लिए लंबी वार्ताओं को लेकर अपने प्रतिद्वंद्वियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस, शिवसेना और राकांपा से मिलकर बनी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) एक ऐसा वाहन है जिसमें न तो पहिए हैं और न ही ब्रेक हैं और चालक सीट पर बैठने के लिए वहां लड़ाई चल रही है.
एमवीए में कांग्रेस और उद्धव ठाकरे और शरद पवार के नेतृत्व वाली सेना और राकांपा समूह शामिल हैं. एमवीए को महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के समझौते को लेकर संघर्ष करना पड़ा था. पिछले सप्ताह नामांकन की समय सीमा समाप्त होने के बाद यह सामने आया कि उन्होंने 11 सीटों पर औपचारिक रूप से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया, वहीं महायुति ने चार सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है.
कांग्रेस ने कलह से किया है इनकार
कुछ दिनों बाद कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने कलह की बात को खारिज किया और कहा कि सीटों के बंटवारे पर पूर्ण समझौता हो गया है और सभी सीटों के लिए नामांकन पूरा हो गया है.
हालांकि उन्होंने एमवीए सदस्यों के बीच “गलतफहमी” को स्वीकार किया लेकिन इस बात पर जोर दिया कि उस अनिश्चितता के कारण सहयोगियों के बीच कोई दरार नहीं है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने झारखंड में चेतावनी दी कि भाजपा आदिवासी समुदाय से दोनों राज्यों में उनका “जल, जंगल, जमीन” छीनने की कोशिश कर रही है.
राहुल गांधी ने झारखंड के सिमडेगा में कहा, “पीएम मोदी आपको ‘वनवासी’ कहते हैं क्योंकि भाजपा का मानना है कि जमीन, जंगल और पानी उसका है… भाजपा ‘विकास’ के बहाने आदिवासियों की जमीन हड़पने में विश्वास रखती है… यह आपसे ‘जल, जंगल, जमीन’ छीनना चाहती है.”
उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्गों को सत्तारूढ़ दल द्वारा “पीछे रखा” जा रहा है और जाति जनगणना की मांगों को भी रोक दिया है. प्रभावी नीतियों को डिजाइन करने में मदद के लिए कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने लगातार देश में जाति जनगणना का आह्वान किया है.
झारखंड में दो चरणों में 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होगा. वहीं महाराष्ट्र में एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा. दोनों राज्यों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.
NDTV India – Latest
More Stories
महाराष्ट्र में महायुति को कैसे मिली जबरदस्त जीत? शरद पवार ने बताए यह कारण
UP : कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन से गिरी महिला, रेलवे पुलिसकर्मी ने इस तरह बचाया
कुंदरकी में BJP ने असंभव को बनाया संभव, मुसलमानों का भी मिला वोट, जानिए क्या बोले खफा अखिलेश