हॉरर मूवीज या हॉरर शोज देखने वालों का एक अलग ही जोनर रहा है. जो लाउड म्यूजिक, डरावने चेहरे और थ्रिलिंग मूवमेंट्स देखकर डरते भी हैं और इंजॉय भी करते हैं. शायद यही वजह है कि टीवी हो या बिग स्क्रीन हर जगह हॉरर की एक अलग ही जगह रही है.
हॉरर मूवीज या हॉरर शोज देखने वालों का एक अलग ही जोनर रहा है. जो लाउड म्यूजिक, डरावने चेहरे और थ्रिलिंग मूवमेंट्स देखकर डरते भी हैं और इंजॉय भी करते हैं. शायद यही वजह है कि टीवी हो या बिग स्क्रीन हर जगह हॉरर की एक अलग ही जगह रही है. नाइंटिज के दौर में भी टीवी पर एक ऐसा ही शो आया करता था. जो दर्शकों को खूब डराया करता था. हर बार एक नई कहानी में एक नई शैतानी ताकत पर्दे पर नजर आती थी. एक अजूबी सी कहानी और बुरे साए के चंगुल में फंसे लोगों की दास्तां हर एज ग्रुप के दर्शकों को खूब पसंद आती थी. इस शो में शैतानी साया कहीं भी हो सकता था. कभी किसी घर में, कभी होटल में, किसी पुराने खंडहर में या फिर रेलवे स्टेशन में भी. जो हर मुसाफिर को डराया करता था.
कौन सा था ये शो?
इस शो का नाम था आहट जो साल 1995 में सोनी टीवी पर आया करता था. शो के पहले सीजन में हर एपिसोड की ड्यूरेशन आधे घंटे ही रखी गई थी. हर नए एपिसोड में सुपरनेचुरल ताकते और उसके शिकार हो रहे लोग नजर आते थे. शो में कभी घोस्ट, कभी जॉम्बीज तो कभी अतृप्त आत्माएं दिखाई देती थीं. जो कभी किसी इंसान के शरीर पर कब्जा कर लेती थीं तो कभी किसी खंडहर या घर पर काबिज हो जाती थी. अधिकांश शो में शैतानी साए के बदले की कहानी होती थी. आम लोगों का टॉर्चर होता था और उसके बाद उस साए से बचने की कहानी हुआ करती थी.
टेलिकास्ट हुए छह सीजन
आहट का पहला सीजन 5 अक्टूबर 1995 को ब्रॉडकास्ट हुआ था. ये सीजन साल 2001 तक चला. दूसरा सीजन 2004 में आया और करीब एक साल तक चला. इसी तरह से कुछ कुछ सालों के गैप में शो के करीब छह सीजन आए. आहट के शुरुआती पांच सीजन दर्शकों को खूब पसंद आए. जिसमें ओम पुरी, मंदिरा बेदी, आशुतोष राणा, टॉम ऑल्टर, शिवाजी साटम जैसे मंझे हुए कलाकार भी दिखे. लेकिन छठवें सीजन को उतनी पॉपुलैरिटी नहीं मिली. इसलिए शो को जल्दी बंद कर दिया गया.
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