अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) को शानदार जीत मिली है. उनकी जीत को अमेरिकी इतिहास में किसी नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी करार दिया जा रहा है.ट्रंप चार साल के अंतराल के बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए.ट्रंप (78) अमेरिकी इतिहास में देश के राष्ट्रपति चुने जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं. उन्होंने विस्कोन्सिन में जीत के साथ राष्ट्रपति चुनाव में विजयी घोषित किए जाने के लिए जरूरी 270 निर्वाचक मंडल वोट हासिल कर लिए. अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद आज राष्ट्रपति बाइडेन राष्ट्र को संबोधित करेंगे. बाइडेन ने ट्रंप को सत्ता परिवर्तन की शुरुआत के लिए व्हाइट हाउस बुलाया है. अमेरिका में हुई सत्ता परिवर्तन पर पूरी दुनिया की नजर है. चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने कहा, ‘‘यह अमेरिका के लिए वाकई स्वर्णिम युग होगा. यह शानदार जीत है, जो हमें अमेरिका को फिर से महान बनाने में मदद करेगी.”ट्रंप ने कहा, ‘‘यह अमेरिका के लोगों के लिए एक शानदार जीत है. यह एक ऐसा आंदोलन था, जिसे पहले कभी किसी ने नहीं देखा था, और सच कहूं तो मेरा मानना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक आंदोलन था. इस देश में, और शायद इसके बाहर भी कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ.”ट्रंप ने कहा, “हमने सीनेट पर भी कंट्रोल हासिल कर लिया है. ये एक रिकॉर्ड है. जाहिर तौर पर हमें आने वाले दिनों में बहुत अच्छे सीनेटर मिलने जा रहे हैं. ये एक ऐसी जीत है, जिसे अमेरिका ने कभी नहीं देखा. हम हर मुश्किलों को पार करेंगे. आज से अमेरिका का स्वर्ण काल शुरू हो गया है.”डोनाल्ड ट्रंप की जीत से दुनिया के कई देशों में हलचल है और इसमें कनाडा भी शामिल है. कनाडा के हलचल का अंदाजा उसके पीएम जस्टिन ट्रूडो और डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ़्रीलैंड के बयानों से आसानी से लग सकता है. ये दोनों बुधवार को अपने देश को आश्वस्त करने की कोशिश में लगे रहे कि व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी से उस पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा. डोनाल्ड ट्रंप अगले साल भारत के दौरे पर आएंगे. भारत 2025 में क्वॉड समिट की अध्यक्षता करेगा. इस ग्रुप में भारत-अमेरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल है. इस साल क्वॉड समिट पाकिस्तान में हुई थी.अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद दुनिया की राजनीति बदल सकती है. पिछले लगभग 3 साल से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध में भी यूक्रेन को झटका लग सकता है. ट्रंप यूक्रेन को मिलने वाली सहायता की लगातार आलोचना करते रहे हैं. ट्रंप ने जेलेस्की को दुनिया का सबसे बड़ा सेल्समैन बताया था. उन्होने चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया था कि वो 24 घंटे में ही युद्ध को रोक देंगे. अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के तहत भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे, लेकिन आयात होने वाली वस्तुओं पर शुल्क लगाने जैसे कुछ मुद्दों पर असहजता की स्थिति हो सकती है. विशेषज्ञों ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच कठिन मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिए जाने की संभावना है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ट्रंप के बीच बहुत अच्छी दोस्ती है.अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत का प्रमुख भारतीय अमेरिकियों ने बुधवार को स्वागत किया और अमेरिका-भारत संबंधों समेत कई मुद्दों पर उनके साथ काम करने का आश्वासन दिया. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को उनकी निर्णायक जीत पर बधाई. हम अमेरिकी नवाचार के स्वर्णिम युग में हैं और सभी को लाभ पहुंचाने में मदद करने के लिए उनके प्रशासन के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.”ट्रंप की जीत का असर दुनिया का तमाम देशों और उसकी विदेश नीतियों पर पड़ने वाला है. चीन और अमेरिका के रिश्तों में और अधिक गिरावट आने की संभावना है और भारत इसका लाभ उठाने के हालत में होगा. पाकिस्तान के मुद्दे पर भी ट्रंप प्रशासन की नीतियां बाइडन से बेहतर रहने की उम्मीद है. हाल ही में बांग्लादेश में हुए सत्ता परिवर्तन को लेकर भी ट्रंप की नीतियां कुछ अलग हो सकती है. NDTV India – Latest
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