बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ एक अहम बैठक की. यह बैठक तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के बाद की रणनीति पर चर्चा के लिए की गई.
Tahawwur Rana Extraction: मुंबई 26/11 आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से भारत लाया जा रहा है. उसे लाने के लिए भारत से एक विशेष टीम गई है. पहले यह सूचना थी कि तहव्वुर राणा बुधवार देर रात या गुरुवार अहले सुबह भारत पहुंचेगा. लेकिन अब सामने आई जानकारी के अनुसार तहव्वुर राणा गुरुवार दोपहर तक भारत पहुंचेगा. तहव्वुर राणा के भारत आने से पहले हलचल तेज हो गई है. बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ एक अहम बैठक की. यह बैठक तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण के बाद की रणनीति पर चर्चा के लिए की गई.
बैठक की चर्चा गुप्त, नहीं दी गई विशेष जानकारी
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने विदेश मंत्री और एनएसए के साथ बैठक की. बैठक में खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी मौजूद थे. हालांकि, उन्होंने बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी. उन्होंने कहा कि यह बैठक अमेरिका द्वारा राणा को भारत प्रत्यर्पित करने की खबरों के बीच हुई, इसलिए माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई.
भारत पहुंचने पर NIA की कस्टडी में जाएगा राणा
केंद्र सरकार की एक बहु-एजेंसी टीम पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को भारत लाने के लिए पहले से ही अमेरिका में है. राणा को भारत प्रत्यर्पित कराकर लाया जाना है ताकि उसपर 26/11 मुंबई हमलों के मामले में यहां मुकदमा चलाया जा सके. सूत्रों ने बताया कि राणा को दिल्ली लाए जाने की उम्मीद है, जहां वह शुरू में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की हिरासत में रहेगा, जो कानूनी औपचारिकताएं पूरी करेगा. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसे नियमित उड़ान से लाया जाएगा या विशेष विमान से.
बताते चले कि तहव्वुर राणा को अमेरिका के लॉस एंजिलिस के महानगर निरुद्ध केंद्र में रखा गया था. उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है.
अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा को मदद देने के आरोप में हुआ था गिरफ्तार
अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने राणा को हमलों के एक वर्ष बाद अक्टूबर 2009 में शिकागो से कोपेनहेगन (डेनमार्क) के एक समाचार पत्र पर हमला करने की असफल योजना में सहायता प्रदान करने तथा लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) को साजो सामान की सहायता करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
राणा को 2011 में अमेरिकी में मिली 14 साल की जेल की सजा
राणा को 2011 में इस मामले में दोषी ठहराया गया और 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई. हालांकि, उसे मुंबई आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोपों से बरी कर दिया गया. लेकिन डेविड कोलमैन हेडली ने तहव्वुर राणा को मुंबई आतंकी हमले की साजिश में शामिल होने की बात कही थी.
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