तेलंगाना के विकाराबाद जिले में एक दवा प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में सरकारी अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में मंगलवार को कम से कम 55 लोगों को हिरासत में लिया गया. यह विरोध प्रदर्शन दुदयाला मंडल के लागाचर्ला गांव में हुआ, जो कोडंगल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी करते हैं.
तेलंगाना के विकाराबाद जिले में एक दवा प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में सरकारी अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में मंगलवार को कम से कम 55 लोगों को हिरासत में लिया गया. यह विरोध प्रदर्शन दुदयाला मंडल के लागाचर्ला गांव में हुआ, जो कोडंगल विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी करते हैं.
हमले में चार अधिकारी – कोडंगल क्षेत्र विकास प्राधिकरण (केडीए) के अध्यक्ष वेंकट रेड्डी, पुलिस उपाधीक्षक श्रीनिवास रेड्डी, अतिरिक्त कलेक्टर लिंग्या नाइक और मंडल राजस्व अधिकारी विजय कुमार घायल हो गए. ग्रामीणों ने अधिकारियों पर लाठियों से हमला किया और उन पर पत्थर फेंके.
पुलिस महानिरीक्षक (मल्टी जोन II) वी सत्यनारायण ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि अधिकारियों पर हमला कथित तौर पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के युवा विंग के नेता बी सुरेश राज द्वारा “पूर्व नियोजित” था, जो फरार है.
तेलंगाना औद्योगिक अवसंरचना निगम (TGIIC) द्वारा गांव के बाहर एक सार्वजनिक सुनवाई आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन इसी बीच भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की युवा शाखा के एक नेता ने जिलाधिकारी प्रतीक जैन से संपर्क किया और उनसे यह कहते हुए गांव में आने का अनुरोध किया कि किसान अपनी राय देंगे.
पुलिस ने बताया कि यह अनुरोध स्वीकार करते हुए जिलाधिकारी किसानों की राय सुनने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ गांव में गए जहां भीड़ ने उनका विरोध किया. प्रदर्शनकारियों ने प्रतीक जैन एवं जिला प्रशासन के अन्य अधिकारियों के वाहनों पर पथराव किया.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘इस घटना के सिलसिले में मंगलवार को 55 लोगों को हिरासत में लिया गया. सत्यापन के दौरान 16 को हमले में लिप्त पाया गया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. बाकी लोगों को छोड़ दिया गया.”
उन्होंने कहा कि आगे की जांच के बाद और गिरफ्तारी की जाएगी. उन्होंने कहा कि बीआरएस की युवा शाखा के जिस नेता ने लोगों को इस ‘पूर्व-नियोजित हमले के लिए कथित रूप से उकसाया था, वह फरार है.
पुलिस के अनुसार, इस घटना के सिलसिले में तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं तथा दुद्याला मंडल में इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है तथा अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. मामले की जांच जारी है.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना के उद्योग मंत्री डी श्रीधर बाबू ने कहा कि राज्य सरकार ने अधिकारियों पर हमले को गंभीरता से लिया है और वह इस घटना की गहन जांच करेगी. उन्होंने कहा कि घटना के दृश्यों से यह स्पष्ट है कि कुछ लोगों ने गांव के लोगों को भड़काने और जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों पर हमला करने की कोशिश की.
श्रीधर बाबू ने आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल बीआरएस सत्ता खोने के बाद हताश है और वह हर कदम पर कांग्रेस सरकार के कल्याण और विकास संबंधी कदमों में बाधाएं उत्पन्न कर रहा है.
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने कांग्रेस सरकार पर ‘आधी रात को किसानों को गिरफ्तार करने’ का आरोप लगाया. रामाराव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘बीआरएस किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करती है और पुलिस कार्रवाई का विरोध करती है.”
(इनपुट भाषा से भी)
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