इज़रायल की सेना ने दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ ‘लिमिटेड और टारगेटेड रेड्स’ शुरू किए हैं.
इजरायल (Israel) कई मोर्चों पर एक साथ युद्ध कर रहा है. लेबनान (Lebanon) में इजरायल की तरफ से जमीनी ऑपरेशन जारी है. सूत्रों के अनुसार लेबनान में जमीनी ऑपरेशन में इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इजरायल के अब तक 14 सैनिक मारे जा चुके हैं. बताते चलें कि ईरान ने मंगलवार को अक्टूबर 2024 को इजराइल पर कम से कम 180 बैलेस्टिक मिसाइल दागीं. इजरायल और ईरान के बीच भी तनाव काफी बढ़ गया है. इजरायल ने ईरान के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है.
कब शुरू हुआ था आक्रमण?
सोमवार देर रात, इज़रायल की सेना ने दक्षिणी लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्रों में हिज़्बुल्लाह के खिलाफ ‘लिमिटेड और टारगेटेड रेड्स’ शुरू किए. इज़रायल की ग्राउंड फोर्स को लड़ाकू विमानों और आर्टलरी फायर से समर्थन मिलता है. अमेरिका ने सोमवार को कहा था कि इजरायली सेना लेबनान में सीमित अभियान चला रही है. इसके कुछ ही घंटों बाद इजरायली सेना ने औपचारिक रूप से जमीनी आक्रमण शुरू कर दिए. सेना ने ये नहीं बताया कि घुसपैठ में कितने सैनिक शामिल थे, लेकिन कहा कि उसका 98वां डिवीजन, जिसमें पैराट्रूपर्स और कमांडो इकाइयां शामिल थीं, इस हमले में शामिल हैं.
लेबनान से अपने नागरिकों को बाहर निकाल रहे हैं कई देश
लेबनान में इजरायल के बढ़ते हमलों के बीच की देश अपने नागरिकों को लेबनान से निकालने में लगे हैं. ब्रिटेन, जर्मनी, तुर्की, ने अपने नागरिकों को बाहर निकालने की शुरुआत की है. तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमने लेबनान से अपने नागरिकों को समुद्र या हवाई मार्ग से निकालने के लिए ‘वैकल्पिक योजना’ तैयार की है.विदेश मंत्रालय के अनुसार, “लेबनान में सुरक्षा स्थिति और भी ज्यादा खराब होने की संभावना है.”
इजरायल के टारगेट क्या हैं?
सेना ने कहा कि सटीक खुफिया जानकारी पर वो दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के ठिकानों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर कार्रवाई कर रही है. इसमें कहा गया है, “ये टारगेट सीमा के नजदीक गांवों में स्थित हैं और उत्तरी इज़रायल में इजरायली समुदायों के लिए तत्काल खतरा पैदा करते हैं.”
ये जमीनी हमला हाल के हफ्तों में इजरायली हवाई हमलों में कई शीर्ष हिज्बुल्लाह कमांडरों के मारे जाने के बाद हुआ है, जिसमें शुक्रवार को नसरल्ला की मौत भी शामिल है. रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने हमले की घोषणा से कुछ घंटे पहले सोमवार को चेतावनी दी, “नसरल्लाह का खात्मा एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन ये अंतिम नहीं है.” गैलेंट ने सैनिकों से कहा, “हम सेनाएं, हवा से हमला, समुद्र से हमला और जमीन पर हमला, उन सभी साधनों का उपयोग करेंगे, जिनकी जरूरत हो सकती है.”
ये भी पढ़ें-:
ऑपरेशन “True Promise II”: ईरान के इजरायल पर ताजा हमले पहले के हमलों से किस तरह अलग? जानिए – सब कुछ
NDTV India – Latest