दिल्ली-एनसीआर में सांसों पर संकट, अगले 72 घंटे हो सकते हैं भारी… जानें किन इलाकों में सबसे अधिक प्रदूषण​

 हवा की गति में कमी के कारण मंगलवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. दिल्ली के पड़ोसी गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा की स्थिति थोड़ी बेहतर है, हालांकि वहां भी वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में है.

Delhi Air Pollution: दिल्‍ली की हवा लगातार ‘जहरीली’ होती जा रही है, जिसमें सांस लेना मुश्किल हो रहा है. देश की राजधानी में मंगलवार को भी कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 के पार पहुंचा हुआ, जो वायु प्रदूषण के ‘बहुत खराब’ श्रेणी है. दिल्‍ली के आनंद विहार में आज सुबह 7 बजे एक्‍यूआई लेवल 317 दर्ज किया गया. वहीं, वजीरपुर में भी स्थिति लगभग ऐसी ही हैं, जहां एक्‍यूआई लेवल 309 दर्ज किया गया. सेंट्रल दिल्‍ली में भी हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है, मंदिर मार्ग इलाके में आज सुबह एक्‍यूआई लेवल  285 दर्ज किया गया.  

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, अगले 72 घंटों में प्रदूषण की स्थिति और खराब हो सकती है. एक्‍यूआई गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है. दिल्ली में प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी बीच, राम मनोहर लोहिया अस्पताल के ओपीडी भवन में हर सोमवार को चल रहे विशेष प्रदूषण क्लिनिक में मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. 

दिल्‍ली में बवाना (325), आनंद विहार (317), वजीरपुर (309), अलीपुर (306) और  आया नगर (312) कुछ ऐसे एरिये हैं, जहां एक्‍यूआई लेकर 300 के पार पहुंच गया है, जो बेहद चिंता की बात है.

सेंट्रल दिल्‍ली में अभी एक्‍यूआई लेकर 300 के पार नहीं पहुंचा है, लेकिन इसके बेहद करीब है. आईटीओ चौक पर आज सुबह एक्‍यूआई लेवल 261 दर्ज किया गया. वहीं मध्‍य दिल्‍ली के मंदिर मार्ग पर एक्‍यूआई 285 दर्ज किया गया, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.    

दीपावली से पहले ही राजधानी की हवा में जहर घुलने लगा है। एक्यूआई में बढ़ोतरी के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. ऐसे में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किये जा रहे हैं, लेकिन स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का सोमवार को एक्यूआई शाम चार बजे 304 दर्ज किया गया, जो रविवार को 355 था.

ऊर्जा, पर्यावरण एवं जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) के वरिष्ठ अधिकारी अभिषेक कर ने कहा, ‘दिल्ली का एक्यूआई 25 अक्टूबर को 270 से बढ़कर 27 अक्टूबर को 356 हो गया। यह वृद्धि हवा की दिशा और गति में बदलाव के कारण हुई. सीएक्यूएम को इन पूर्वानुमानों के आधार पर जीआरएपी के चरण तीन या चार को पहले से ही लागू करने पर विचार करना चाहिए. इसके अलावा, अधिकारियों को दीपावली के दौरान वायु गुणवत्ता में और गिरावट को रोकने के लिए पटाखों पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करना चाहिए.’ सीपीसीबी के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी की हवा में पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रमुख प्रदूषक थे.

दिल्ली सरकार ने सोमवार को 10,000 नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को तैनात करने की योजना की घोषणा की, जिन्हें जिन्हें पिछले साल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था.  मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को परिवहन विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) सहित विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से तैनात किया जाएगा.  मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.4 डिग्री अधिक था. 

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