दिल्ली की दम घोंटू हवा (Delhi Pollution) से फिलहाल राहत मिलती नहीं दिख रही है. राजधानी में मंगलवार का AQI 317 यानी कि बहुत खराब है. आगले दो दिनों तक भी हालात सुधरते नहीं दिख रहे हैं.
दीवाली से पहले दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है. राजधानी की हवा इतनी दमघोंटू (Delhi Air Pollution) हो गई है कि सांस लेना मुश्किल होने लगा है. हवा की क्वालिटी खतरे के लाल निशान तक (Delhi AQI Red Zone) पहुंच गई है. पराली को इसकी मुख्य वजह माना जा रहा है. अभी से ये हाल है तो दीवाली तक तो क्या ही हाल होगा. क्यों कि हर साल दीवाली पास आते-आते प्रदूषण और धुंध और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे बुजुर्गों, बीमारों के सामने सांसों का संकट पैदा होने लगता है. यह जहरीली हवा जानलेवा साबित हो सकती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब श्रेणी में 317 पहुंच गया है. सुबह 8.30 बजे आई देश की 10 टॉप प्रदूषित शहरों में दिल्ली दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. आनंद विहार की हवा बहुत ही खराब है. सबह 7 बजकर 20 मिनट पर देश के टॉप 10 शहरों की लिस्ट सामने आई है, जसमें हरियाणा का जींद और देश की राजधानी दिल्ली बेहद खराब एक्यूआई के साथ पहले और दूसरे नंबर पर हैं. देश के सबसे प्रदषित टॉप 10 शहरों पर एक नजर.
दिल्ली में प्रदूषण के हॉट स्पॉट
सर्दियों से पहले दिल्ली की स्थिति डरा देने वाली है. सीपीसीबी ने पूर्वानुमान जताया है कि आने वाले दो दिनों में भी राजधानी को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. दिल्ली का आनंद विहार आज भी प्रदूषण से बेहाल है. यहां पर सुबह 8 बजे AQI 385 दर्ज किया गया, जो कि बहुत ही खराब श्रेणी में आता है. हम आपको दिल्ली में प्रदूषण के 13 हॉट स्पॉट के बारे में बताते है,जिनको रेड जोन में रखा गया है. यहां हवा की गणवत्ता बहुत ही खराब दर्ज की गई है.
दिल्ली की हवा बेहद खराब, सांसों का संकट
हरियाणा और दिल्ली की हवा बेहद खराब 317 दर्ज की गई है. वहीं अगर दिल्ली में प्रदूषण के हॉट स्पॉट की बात करें तो ये आनंद विहार,मुंडका, वजीरपुर,जहांगीरपुरी, आरकेपुरम, ओखला, बवाना, विवेक विहार, नरेला, अशोक विहार, द्वारका, पंजाबी बाग और रोहिणी हैं, ये सभी रेड जोन में हैं.
क्या होता है ग्रैप?
एयर पॉल्यूशन बढ़ने के बाद Graded Response Action Plan (GRAP) लागू किया जाता है. ग्रैप का पहला चरण AQI 201 से 300 तक, दूसरा चरण AQI 301 से 400, तीसरा चरण AQI 401 से 450 तक रहता है. अगर AQI 450 से ज्यादा हो जाए तो ग्रैप-4 लागू हो जाता है. इसे सरकार की तरफ से लागू किया जाता है. इसके तहत कई तरह के प्रतिबंध होते हैं.
ग्रैप-2 क्या होता है?
दिल्ली के बहुत से इलाकों में एक्यूआई 300 से ज्यादा औ 400 के बीच बना हुआ है.बढ़ते प्रदूषण की वजह से ग्रैप 1 के बाद अब (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) ग्रैप 2 लागू हो गया है. इसके तहत 11 पाबंदियां लागू की गई हैं. इस दौरान आवासीय, बिजनेस और औद्योगिक यूनिट्स में डीजल जनरेटर पर रोक लगा दी गई है. लोगों को आवाजाही के लिए मेट्रो समेत सार्वजनिक परिवहन इस्तेमाल की सलाह दी गई है.
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