अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों में गुस्सा और चिंता का माहौल देखा गया. लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर लिफ्टों की नियमित देखरेख न करने का आरोप लगाया है.
शनिवार रात सरकारी मेडिकल कॉलेज के सौ शैय्या अस्पताल से एक बड़ी घटना सामने आई है. जहां एक तीमारदार लिफ्ट में करीब दो घंटे तक फंसा रहा. माता प्रसाद नामक युवक किसी मरीज को देखने के लिए अस्पताल आया था. उसे तीसरी मंजिल पर जाना था. इसलिए उसने लिफ्ट का सहारा लिया. लेकिन अचानक लिफ्ट बीच में ही बंद हो गई और वह उसमें फंस गया. लिफ्ट के अचानक रुकने से माता प्रसाद घबरा गया.
दो घंटे बाद लिफ्ट से निकाला गया
किसी तरह उसने अपने मोबाइल फोन से मरीज के पास बैठे अन्य लोगों से संपर्क किया. सूचना मिलते ही अस्पताल स्टाफ में हलचल मच गई. सुरक्षा गार्ड को इस घटना की जानकारी दी. सुरक्षा गार्डों ने लिफ्ट को खोलने के लिए कड़ी मशक्कत की, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण लिफ्ट नहीं खुल सकी. दो घंटे की कोशिशों के बाद आखिरकार लिफ्ट खोली जा सकी और माता प्रसाद को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
लिफ्ट में फंसे रहने के दौरान माता प्रसाद को मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करना पड़ा, हालांकि उन्हें किसी तरह की शारीरिक चोट नहीं आई. इस घटना के बाद अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों में गुस्सा और चिंता का माहौल देखा गया. लोगों ने अस्पताल प्रबंधन पर लिफ्टों की नियमित देखरेख न करने का आरोप लगाया और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए लिफ्ट की तकनीकी जांच की मांग की.
रिपोर्ट – जितेन्द्र किशोर
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