Viral Trend: पुणे की एक मेकअप आर्टिस्ट का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया गया है कि काम के बहाने के लिए एक्सीडेंट के निशान कैसे बनाए जाते हैं.
Fake Scars For Sick Leave Video Is Viral: सोशल मीडिया पर हर दिन कोई न कोई नया ट्रेंड वायरल होता रहता है, लेकिन कुछ ट्रेंड ऐसे होते हैं जो विवादों को जन्म देते हैं. हाल ही में एक ऐसा ही चौंकाने वाला ट्रेंड सामने आया है. दरअसल, इन दिनों पुणे की एक मेकअप आर्टिस्ट का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाया गया है कि काम के बहाने के लिए दुर्घटना के निशान कैसे बनाए जाते हैं. इस वीडियो ने ऑनलाइन बहस को हवा दे दी है, जिसमें दर्शकों ने उन पर अनैतिक व्यवहार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
विवाद क्यों हो रहा है?
मेकअप आर्टिस्ट प्रीतम जुजर (Pritam Juzar Kothawala) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो शेयर किए हैं और उन्हें मनोरंजन के लिए बनाए गए हानिरहित नाटक बताया. पहले वीडियो में, उन्होंने दिखाया कि कैसे दुर्घटना का बहाना बनाने के लिए यथार्थवादी दिखने वाले निशान बनाए जाते हैं और कैप्शन में लिखा, “आईटी प्रबंधकों को सलाह दी जाती है कि वे यह वीडियो न देखें.” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह सामग्री केवल मनोरंजन के लिए है और इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए. वीडियो में उन्होंने कहा, “यह वीडियो विशेष रूप से आईटी पेशेवरों के लिए है, जिन्हें छुट्टी पाने में कठिनाई होती है,” दर्शकों को इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें अपने बॉस से इसे छिपाने की सलाह दी.
‘यह मेरा जुगाड़ है…’
वीडियो के वायरल होने के बाद, दर्शकों ने पूछा कि नकली चोट के बाद काम पर वापस लौटने पर भ्रम को कैसे बनाए रखा जाए. एक फॉलो-अप वीडियो में प्रीतम जुजर ने दिखाया कि कैसे कृत्रिम निशानों को फिर से ताज़ा किया जाए, ताकि वे विश्वसनीय दिखें. उन्होंने मेकअप को फिर से लगाने का तरीका बताते हुए कहा, “यह मेरा जुगाड़ है जब आपकी छुट्टी खत्म हो जाएगी.”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
एंटरटेनमेंट के उद्देश्य से बनाए गए इस वीडियो की ऑनलाइन खूब आलोचना हो रही है. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन पर कार्यस्थल पर बेईमानी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. इस पर तीखी प्रतिक्रिया हुई, जिसमें यूजर्स ने वीडियो को गैर-जिम्मेदाराना बताया. एक यूजर ने लिखा, “क्षमा करें, लेकिन यह मज़ेदार नहीं है. यह बहुत घटिया और अनैतिक है.” एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह मज़ेदार नहीं है. यह कार्यस्थल पर बेईमानी को बढ़ावा देते हुए एक खतरनाक मिसाल कायम करता है.” तीसरे यूजर ने लिखा, “यह कर्मचारियों और नियोक्ताओं के बीच विश्वास को कम करने का एक शर्मनाक प्रयास है.” कुछ यूजर्स ने इस ट्रेंड को “नैतिकता का पतन” करार दिया, वहीं कुछ ने इसे केवल मजाक समझकर नजरअंदाज किया. इंस्टाग्राम पर #FakeSickLeave ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग इस पर अपनी राय दे रहे हैं.
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