अदालत ने अपने फैसले में कहा कि विवाहेतर संबंध धारा 304 बी के तहत आरोपी को फंसाने का आधार नहीं हो सकता. न्यायालय ने कहा है कि उत्पीड़न या क्रूरता को दहेज की मांग या ‘मृत्यु से ठीक पहले’ हुई मानसिक क्रूरता से जोड़ा जाना चाहिए. अदालत ने अपने फैसले में कहा कि विवाहेतर संबंध धारा 304 बी के तहत आरोपी को फंसाने का आधार नहीं हो सकता. न्यायालय ने कहा है कि उत्पीड़न या क्रूरता को दहेज की मांग या ‘मृत्यु से ठीक पहले’ हुई मानसिक क्रूरता से जोड़ा जाना चाहिए. NDTV India – Latest
More Stories
परिवार में किसी का भी बढ़ गया है गंदा कॉलेस्ट्रोल तो आज से ही करें खानपान में ये बदलाव, न्यूट्रिशनिस्ट ने कहा घटने लगेगा LDL
₹799 में आपकी होंगी ये लेटेस्ट Watches, Myntra End Of Reason Sale के इस ऑफर को हाथ से जाने न दें
कनाडा के टोरंटो में गोलीबारी, एक की मौत, 5 घायल, हमलावर की तलाश जारी