January 31, 2025
पेरेंट्स की ये 3 गलतियां बच्चे को बना देती है जिद्दी और बगावती, कर लीजिए समय रहते सुधार

पेरेंट्स की ये 3 गलतियां बच्चे को बना देती है जिद्दी और बगावती, कर लीजिए समय रहते सुधार​

माता-पिता के रूप में बच्चे के सामने क्या बात करनी चाहिए क्या नहीं इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है. आज इसी महत्वपूर्ण विषय पर आगे आर्टिकल में बात करने लाले हैं जिससे आपकी पेरेंटिंग का रास्ता आसान हो सकता है...

माता-पिता के रूप में बच्चे के सामने क्या बात करनी चाहिए क्या नहीं इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है. आज इसी महत्वपूर्ण विषय पर आगे आर्टिकल में बात करने लाले हैं जिससे आपकी पेरेंटिंग का रास्ता आसान हो सकता है…

Parenting tips : कई बार हम बच्चे को बच्चा समझकर उसके सामने कुछ ऐसी बात या हरकत कर जाते हैं, जो नहीं करना चाहिए. हो सकता है उस समय बच्चा आपसे कुछ कह न पाए लेकिन उसके दिमाग में आपकी कही बात और रवैया घर कर जाती है, जो पूरा जीवन साथ रहती है. इसलिए माता-पिता के रूप में बच्चे के सामने क्या बात करनी चाहिए क्या नहीं इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है. आज इसी महत्वपूर्ण विषय पर आगे आर्टिकल में बात करने लाले हैं, जिससे आपकी पेरेंटिंग का रास्ता आसान हो सकता है…

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पेरेंटिंग से जुड़ी 3 गलतियां – 3 parenting mistakes

समय न देना

कई बार माता-पिता काम के दबाव, टेंशन और थकावट के कारण बच्चे को समय नहीं देते हैं. जिसके कारण आपके और बच्चे के बीच कम्यूनिकेशन गैप आ जाता है और बच्चा धीरे-धीरे आपसे कटने लगता है. लंबे समय तक बच्चे को अनसुना करने से उनका नेचर जिद्दी और बगावती हो जाता है. कुछ मामलों में बच्चे अवसाद के शिकार तक हो जाते हैं. दोस्तों के साथ घुलना-मिलना खेलना बंद कर देते हैं. इसलिए बच्चे के साथ बातचीत बनाए रखना बहुत जरूरी है.

बात-बात पर डांटना और पिटाई करना

कई माता-पिता बच्चे की गलती करने पर उसे समझाने-बुझाने की बजाय गंदे तरीके से डांटने और पिटाई करने लगते हैं, जो बच्चे को जिद्दी और बगावती बना सकती है. क्योंकि बार-बार मार खाने के कारण बच्चे की सहनशक्ति खत्म हो जाती है जिसके कारण उसके अंदर उग्रता आ जाती है. इसलिए मनोवैज्ञानिक भी बात-बात पर बच्चे की पिटाई के लिए मना करते हैं.

जबरदस्ती नियमों का पालन न कराएं

आप किसी नियम का जबरदस्ती पालन न कराएं. बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं कि वह नियम क्यों बनाया गया है. इससे बच्चा आपकी सारी बात मानेगा. इसके अलावा आप बात-बात पर अपने बच्चे की तुलना दूसरे से न करें. हर बच्चे की क्षमता अलग-अलग होती है. आप अपने बच्चे की क्षमता को समझिए और वो किसमें अच्छा कर सकता है, इस पर फोकस करें.

ये गलतियां सभी माता-पिता से हो सकती हैं, लेकिन इन पर ध्यान देकर और सुधार करके पेरेंटिंग को बेहतर किया जा सकता है.

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