‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ के माध्यम से युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें बेहतर नौकरी पाने में मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक ‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ (PM Internship Scheme) से युवाओं को काफी लाभ हो रहा है. इसी के चलते अब इस योजना की शुरुआत बिहार के समस्तीपुर में भी की गई है. इस योजना के तहत जिला नियोजनालय विभाग विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ मिलकर युवाओं को इंटर्नशिप के सुनहरे अवसर प्रदान कर रहा है.
‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ के माध्यम से युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें बेहतर नौकरी पाने में मदद मिलेगी. समस्तीपुर के सुधा डेयरी सहित कई अन्य प्रमुख कंपनियां भी इस योजना में भाग ले रही हैं और योग्य युवाओं को इंटर्नशिप के लिए आमंत्रित कर रही हैं.
31 मार्च है आवेदन की अंतिम तारीख
समस्तीपुर के जिला नियोजन पदाधिकारी सुमित कुमार सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि भारत सरकार द्वारा ‘प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना’ चलाई जा रही है, जिसमें आवेदन करने की अंतिम तारीख 31 मार्च है. इस योजना के तहत 21 से 24 वर्ष के छात्रों को इंटर्नशिप कराई जाएगी, जिसके तहत प्रतिमाह पांच हजार रुपए मिलेंगे. युवाओं को इस योजना का लाभ 12 महीने तक मिलेगा. इसके अलावा, इंटर्नशिप स्थल पर यात्रा खर्च के लिए युवाओं को 6 हजार रुपए का आकस्मिक भत्ता भी प्रदान किया जाएगा.
उन्होंने कहा, “जो युवा इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, वे ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से अप्लाई कर सकते हैं. प्रत्येक इंटर्न का जीवन बीमा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत सरकार द्वारा कराया जाएगा, जिसका प्रीमियम सरकार द्वारा भुगतान किया जाएगा.”
एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर देने का लक्ष्य
जिला नियोजन पदाधिकारी सुमित कुमार सिंह के अनुसार, यहां पहले चरण में विभिन्न कंपनियों द्वारा 85 युवाओं के लिए इंटर्नशिप के पद उपलब्ध कराए गए हैं. भविष्य में कंपनियों की मांग के अनुसार और भी युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे. मुझे उम्मीद है कि 31 मार्च तक और भी आवेदन प्राप्त होंगे, जिसके तहत उन्हें इंटर्नशिप कराई जाएगी.
इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उद्योग, व्यवसाय, और सेवा क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कौशल और व्यावसायिक अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें भविष्य में बेहतर रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें. इस योजना के तहत अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है.
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