प्रयागराज में UPPCS प्री और RO/ARO प्री परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों ने आयोग के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने नारेबाजी की और सड़क पर धरना दिया.
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (Uttar Pradesh Public Service Commission) एक बार फिर विवादों में घिरता नजर आ रहा है. आज सोमवार को यूपी लोक सेवा आयोग का बड़ी संख्या में UPPSC प्री 2024 और RO/ARO 2023 प्री एग्जाम को लेकर हजारों अभ्यर्थियों ने घेराव किया और सड़क पर धरना दिया. ‘नो नॉर्मलाइजेशन’ (मानकीकरण) और ‘वन डे वन शिफ्ट’ की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने अपना विरोध दर्ज कराया. छात्र नॉर्मलाइजेशन हटाने के साथ ही यूपीपीएससी और आरओ/एआरओ परीक्षा को पूर्व की तरह ही एक शिफ्ट में ही आयोजित करवाने की मांग कर रहे हैं.
यूपीपीएससी प्री 2024 और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 को दो दिनों और दो पालियों में कराने का विरोध तेज हो गया है. प्रतियोगी छात्रों ने आयोग का घेराव किया और गेट नंबर दो पर पोस्टर बैनर लेकर जमकर नारेबाजी की गई. प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि एक दिन और एक ही पाली में दोनों प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया जाए. उन्होंने कहा कि दो पालियों में परीक्षा कराए जाने से उन्हें नॉर्मलाइजेशन का खामियाजा भुगतना पड़ेगा. हालांकि आयोग नकलविहीन और निष्पक्ष परीक्षा कराने के लिए दो दिन और दो पालियों में परीक्षा कराने की तैयारी कर रहा है.
7 और 8 दिसंबर को हो सकती है यूपी पीएससी परीक्षा
आयोग ने 26 और 27 अक्टूबर को होने वाली पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को स्थगित कर दिया है. आयोग ने अभी नई तारीखों का ऐलान नहीं किया है. हालांकि 7 और 8 दिसंबर को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 का आयोजन प्रस्तावित है. आयोग के बाहर हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए 5 लाख ने किया है आवेदन
अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग के विज्ञापन में नॉर्मलाइजेशन के किसी भी प्रावधान या प्रक्रिया का उल्लेख नहीं है. नॉर्मलाइजेशन लोकसेवा आयोग सहित अन्य आयोगों और बोर्डों में कानूनी विवाद का विषय रहा है. नॉर्मलाइजेशन की अभ्यार्थियों के हित को गंभीर रूप से प्रभावित करेगी और कानूनी विवादों को जन्म देगी. प्रतियोगी छात्रों ने अपनी मांग को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर हैश टैग अभियान भी चलाया है.
पीसीएस प्री की परीक्षा के लिए 5 लाख 76 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, वहीं आरओ व एआरओ प्रारंभिक परीक्षा 2023 के लिए दस लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. यूपी लोक सेवा आयोग के सामने दोनों बड़ी परीक्षाओं को सकुशल संपन्न कराना बड़ी चुनौती है.
आयोग पर परीक्षा के आयोजन को लेकर उठ रहे हैं सवाल
इस साल की शुरुआत से ही आयोग पर परीक्षा के आयोजन को लेकर सवाल उठ रहे हैं. 11 फरवरी को आरओ/एआरओ 2023 परीक्षा पेपर लीक होने की शिकायत के बाद सरकार ने इसे रद्द कर दिया. वहीं 26 और 27 अक्टूबर को प्रस्तावित यूपीपीसीएस 2024 प्रारंभिक परीक्षा भी स्थगित कर दी गई और अब इसे दिसंबर मध्य में कराने का फैसला किया गया है. वहीं फरवरी में आयोजित आरओ/एआरओ 2023 परीक्षा कराने के लिए 22 दिसंबर की तारीख निश्चित की गई है.
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