November 24, 2024
प्रेमानंद महाराज ने बताया घर में मोर पंख रखना चाहिए या नहीं और क्या होगा ऐसा करने पर

प्रेमानंद महाराज ने बताया घर में मोर पंख रखना चाहिए या नहीं और क्या होगा ऐसा करने पर​

घर में मोर पंख रखने को लेकर कई लोगों को संशय होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में स्वामी प्रेमानंद महाराज क्या बताते हैं.

घर में मोर पंख रखने को लेकर कई लोगों को संशय होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में स्वामी प्रेमानंद महाराज क्या बताते हैं.

Keeping Mor Pankh in Home; स्वामी प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) संत्संग के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं. राधा रानी को अपना इष्ट मानने वाले स्वामी प्रेमानंद के भक्तों की कमी नहीं है. उनके भक्तों में कई बड़े बड़े नाम शामिल हैं. हाल ही एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें स्वामी प्रेमानंद महाराज घर में मोर पंख (Mor Pankh in Home) रखने के बारे में बता रहे हैं. बहुत से लोग घर में मोर का पंख रखते हैं लेकिन उसे लेकर कई तरह के संशय में घिर रहते हैं. आइए जानते हैं घर में मोर पंख रखने के बारे में स्वामी प्रेमानंद महाराज ने क्या बताया और घर में मोर पंख रखने से जुड़े टिप्स (Tips for keeping Mor Pankh).

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कहां रखें मोर पंख

प्रेमानंद महाराज के अनुसार घर में मोर पंख रखना शुभ है लेकिन उसे ठीक से और सही जगह पर रखना जरूरी है. उन्होंने बताया कि मोर के पंख को घर की तिजोरी में रखना चाहिए. उसे ऐसे स्थान पर रखें जहां आपका घन रखा हो. इसके साथ पढ़ाई की जगह यानी बच्चों की स्टडी टेबल पर भी मोर का पंख रखना शुभ होता है. मोर पंख का संबंध भगवान कार्तिकेय और विद्या की देवी माता सरस्वती से है.

कैसे रखे मोर पंख

स्वामी प्रेमानंद महाराज के अनुसार मोर पंख को हमेशा खड़ा करके रखना चाहहए. उसे किसी फूलदान में डालकर सीधे रखने से उसका ज्यादा लाभ प्राप्त होता है.

इन्हें प्रिय हैं मोर पंख

स्वामी प्रेमानंद महाराज के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख अत्यंत प्रिय है और वे इसे अपने मुकुट पर धारण करते हैं. इसके अलावा इंद्र देव, भगवान कार्तिकेय, मां सरस्वती और भगवान गणेश को भी मोर पंख अत्यंत प्रिय हैं.

छोटी उम्र में बने संन्यासी

स्वामी प्रेमानंद महाराज कानपुर के रहने वाले हैं और इन्होंने बहुत छोटी उम्र में संन्यास ले लिया था. श्री गौरांगी शरण महाराज उनके गुरु हैं. उन्होंने कक्षा पांचवीं से ही गीता का पाठ शुरू कर दिया था जिससे उनकी रुचि आध्यात्म की ओर बढ़ने लगी और उन्होंने भगवात मार्ग पर चलने का निश्यच किया. उनके शिष्यों में विराट कोहली, अनुष्का शर्मा, ग्रेट खली और संघ प्रमुख मोहन भागवत के नाम शामिल हैं.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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