पुडुचेरी में 50 सेमी बारिश हुई है, जिसके कारण भयंकर बाढ़ आई है. लगातार बारिश के बाद वाहन आंशिक रूप से डूब गए. यह केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 वर्षों में हुई सबसे अधिक बारिश है.
पुडुचेरी में चक्रवात ‘फेंगल’ के चलते हुई भारी बारिश के कारण रविवार को जनजीवन प्रभावित हुआ. फेंगल 30 नवंबर को यहां तट से गुजरा था. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पुडुचेरी में आज सुबह नौ बजे तक पिछले 24 घंटों में 46 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. चक्रवात फेंगल के कारण भारी बारिश हुई, जिसकी वजह से बुलीवर्ड सीमा के बाहरी इलाकों में सभी रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए.
चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए. शनिवार रात 11 बजे से अधिकतर इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप होने की खबर मिली है.
कई आवासीय कॉलोनियों में पानी भर गया और निवासी कई घंटों तक घरों से बाहर नहीं निकल पाए. लोगों ने बताया कि सड़कों पर खड़े दोपहिया वाहन और कार बारिश के पानी में आंशिक रूप से डूब गईं और कई मकानों में पानी घुस गया. बुजुर्ग लोगों का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश में प्रकृति का ऐसा कहर तीन दशक पहले भी देखने को मिला था.
बारिश के चलते मुख्य मार्ग और सड़कें जलमग्न हो गईं, जिससे दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. खेतों में फसलें भारी बारिश की मार झेल रही हैं.
परिवहन सेवाएं प्रभावित हुईं और पांडिचेरी हेरिटेज राउंड टेबल 167 जैसे स्वयंसेवी संगठनों ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध कराने के लिए सरकार के प्रयासों में सहयोग दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि कई प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान जारी है और बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों को निकाला गया है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस बल, सेना और विशेष बचाव दलों के समन्वित प्रयासों से अभियान कुशलतापूर्वक संचालित किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि जीवा नगर और अन्य संवेदनशील इलाकों में लोगों को निकालने और आवश्यक राहत प्रदान करने के प्रयास जारी हैं.
चक्रवात फेंगल के कारण पुडुचेरी में हुई भारी बारिश के बाद भारतीय सेना ने बाढ़ राहत अभियान शुरू किया है, भारी बारिश की वजह से पुडुचेरी में बड़े पैमाने पर जलभराव हो गया है. पुडुचेरी के जिला कलेक्टर की ओर से तत्काल सहायता के अनुरोध के जवाब में सेना की ओर से ऑपरेशन शुरू किया गया था. सेना का एक बचाव दल आज सुबह चेन्नई से पुडुचेरी के लिए रवाना किया गया.
भारतीय सेना द्वारा बचाव अभियान सुबह 6:15 बजे शुरू किया गया और पहले दो घंटों में 100 से अधिक व्यक्तियों को निकाला गया. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) पहले से ही तैनात है. ऐसे में सेना उनके सहयोग से राहत कार्यों में सहायता कर रही है.
पुडुचेरी में 50 सेमी बारिश हुई है, जिसके कारण भयंकर बाढ़ आई है. लगातार बारिश के बाद वाहन आंशिक रूप से डूब गए. यह केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में 30 वर्षों में हुई सबसे अधिक बारिश है.
चक्रवात फेंगल ने 30 नवंबर की देर रात उत्तरी तमिलनाडु के तटों को पार कर पुडुचेरी में दस्तक दी, जिसके कारण चेन्नई के समुद्र तटों पर ऊंची लहरें उठी और स्थिति खराब हो गई. तमिलनाडु के कई इलाकों जैसे कि कल्लाकुरिची, तिरुवल्लूर में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं.
वहीं चेन्नई में बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में कम से कम तीन लोगों की करंट लगने से मौत हो गई. मृतकों में से एक का शव शहर के एक एटीएम के सामने तैरता हुआ मिला.
आईएमडी के अनुसार, पुडुचेरी में रविवार को अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है और 2 दिसंबर को मध्यम वर्षा हो सकती है. आईएमडी ने उपनगरीय इलाकों में अचानक बाढ़ आने की भी चेतावनी जारी की है.
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने कहा कि चक्रवात फेंगल के तमिलनाडु के पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और गहरे दबाव के क्षेत्र में कमजोर पड़ने की संभावना है. जो आधी रात को पुडुचेरी तट से गुजरा है.
शनिवार शाम को कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रही. चक्रवात फेंगल के गुजर जाने के बाद रविवार सुबह चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन फिर से शुरू हो गया.
भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण शनिवार को परिचालन अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया था, जिससे बिना किसी पूर्व सूचना के उड़ानें रद्द कर दिए जाने के कारण कई यात्री 8 से 10 घंटे तक फंसे रहे.
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