April 29, 2025
बजट में चीनी Ai Deepseek के तोड़ के लिए भी इंतजाम, जरा समझिए

बजट में चीनी AI DeepSeek के तोड़ के लिए भी इंतजाम, जरा समझिए​

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Union Budget 2025-26 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप टेक को बढ़ावा देने का ऐलान किया है. AI एजुकेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सलेंस की स्थापना होगी.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Union Budget 2025-26 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप टेक को बढ़ावा देने का ऐलान किया है. AI एजुकेशन के लिए सेंटर ऑफ एक्सलेंस की स्थापना होगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कई मौकों पर कहा कि 2047 तक विकसित भारत के हमारे सपने को साकार करने के लिए AI महत्वपूर्ण है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास को बढ़ावा देने के लिए IndiaAI मिशन की शुरुआत की गई. अब बजट में IndiaAI मिशन के लिए 2000 करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया गया है. पिछले साल IndiaAI मिशन का बजट 551.75 करोड़ रखा गया था. इस बार इसमें करीब 262% का इजाफा किया गया है. इस फंड से भारत को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर में ग्लोबल लीडर बनने में मदद मिलेगी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बजट में इस ऐलान को चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल DeepSeek के तोड़ का इंतजाम भी माना जा रहा है.

बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में ऐलान किया था कि भारत का पहला फाउंडेशन AI मॉडल अगले 10 महीने तैयार हो जाएगा. IndiaAI मॉडल का मकसद भारत में इकोनॉमिक ग्रोथ को रफ्तार देना है. आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के इस मॉडल में दूसरे चैटबॉट मॉडल जैसी खामियां नहीं होंगी. क्योंकि, इसे फैक्चुअली सही डेटा मिलेगा और यह ओपनसोर्स पर निर्भर नहीं होगा.

चीन के AI से क्यों घबराया US, रक्षा विभाग ने कुछ नेटवर्क में DeepSeek को किया ब्लॉक

इंडियाAI मिशन के कंपोनेंट्स
इंडियाAI कंप्यूटिंग क्षमता – इस इकोसिस्टम में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए निर्मित 10,000 या उससे ज्यादा ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट (GPU) का AI कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा. इसके अलावा एक AI मार्केट डिजाइन किया जाएगा, जो AI सर्विस देगा,

इंडियाAI इनोवेशन सेंटर -इसमें स्वदेश में निर्मित लार्ज मल्टीमॉडल मॉडलों (LMMs) और डोमेन-स्पेसिफिक इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल के विकास और तैनाती में सहयोग दिया जाएगा.

इंडियाAI डेटासेट प्लेटफॉर्म– भारतीय स्टार्टअपों और रिसर्चर्स की गैर-व्यक्तिगत डेटासेट तक पहुंच के लिए वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म.

इंडियाAI एप्लीकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव – इंडियाAI एप्लीकेशन डेवलपमेंट की पहल केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य विभागों और अन्य संस्थानों से प्राप्त समस्याओं के लिये महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में AI के प्रयोग को बढ़ावा देगा.

इंडियाAI फ्यूचर स्किल्स – ये ग्रैजुएट, पोस्ट-ग्रैजुएट और PhD की पढ़ाई में AI सिलेबस को बढ़ाएगी.

इंडियाAI स्टार्टअप फाइनेंसिंग – इंडियाAI स्टार्टअप फाइनेंसिंग की परिकल्पना डीप-टेक AI स्टार्टअप को समर्थन और रफ्तार देने के लिए होगी.

चीन का भोंपू निकला DeepSeek? जब NDTV ने किया लाइव रियलिटी टेस्ट, VIDEO में देखिए

डीपसीक को जानिए?
-डीपसीक V3 एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है. लिआंग वेनफेंग की स्टार्टअप कंपनी ने इसे तैयार किया है.
-वेनफेंग AI और क्वांटिटेटिव फाइनेंस में बैकग्राउंड वाले इंजीनियर हैं.
-इस कंपनी को जुलाई 2023 में लॉन्च किया गया था. कंपनी का हेडक्वॉर्टर हांगचो में है.
-डीपसीक के लि वेनफेंग ने हेज फंड के जरिए निवेशक जुटाए थे. उन्होंने अमेरिका की सबसे बड़ी चिप मेकिंग कंपनी एनवीडिया ए100 चिप्स के ज़रिए एक स्टोर बनाया था.
-कहा जा रहा है कि करीब 50 हजार चिप्स के कलेक्शन से उन्होंने डीपसीक को लॉन्च किया था.

चीन का Deepseek मदद या ‘सिरदर्द’, आखिर भारत और अमेरिका जैसे देश इसके इस्तेमाल से क्यों हिचक रहे, पढ़ें हर एक बात

दूसरे चैटबॉट से कितना अलग है DeepSeek?
-डीपसीक V3 एक 671 बिलियन पैरामीटर एक्सपर्ट्स का मिक्स्चर है. यह ‘एडवांस रीजनिंग मॉडल’ का इस्तेमाल करता है, जो इसे OpenAI के 01 से बेहतर बना देता है.
-इसे OpenAI के 01 मॉडल की तुलना में 20 से 50 गुना अधिक किफायती और बेहतर माना जा रहा है. यह ChatGPT और क्लाउड AI से 7 से 14% बेहतर परफॉर्म करता है.
-OpenenAI का 01 प्रति मिलियन इनपुट टोकन 15 अमेरिकी डॉलर चार्ज करता है. लेकिन, चीन का डीपसीक का R1 प्रति मिलियन इनपुट टोकन 0.55 अमेरिकी डॉलर चार्ज करता है. यानी ये बाकी AI मॉडल के मुकाबले काफी सस्ता है.
-मुश्किल टास्क को पूरा करने के मामले में डीपसीक का स्कोर सबसे हाई है. इसने 92% स्कोर किया, जबकि ChatGPT 4 ने 78% स्कोर किया.
-Meta AI और जैमिनी की बात करें, तो डीपसीक इन दोनों चैटबॉट मॉडल से कई ज्यादा किफायती और एडवांस है.
-Deepseek AI कोडिंग और मैथ्स जैसे मुश्किल टास्क भी बेहद सटीक तरीके से कर लेता है. इसपर सिर्फ कमांड देना होता है और रिजल्ट सेकेंड्स में आ जाएगा.

Explainer : चीन के AI ‘डीपसीक’ से क्यों मचा हड़कंप, अमेरिका के लिए क्यों है खतरे की घंटी?

NDTV India – Latest

Copyright © asianownews.com | Newsever by AF themes.