बाबा सिद्दीकी की हत्या में तीन शूटरों के अलावा एक और शख्स शामिल था, जो उन्हें निर्देश दे रहा था. यह आरोपी 21 साल का जीशान अख्तर है, जो पंजाब का रहने वाला है.
एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या में शामिल चौथा आरोपी आरोपी मोहम्मद जीशान अख्तर जालंधर के नकोदर के गांव शकर का रहने वाला है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बाबा सिद्दीकी पर शनिवार को जब फायरिंग हुई थी, तब जीशान तीनों शूटरों को बाहर से डायरेक्शन दे रहा था. साथ ही बाबा सिद्दीकी की लोकेशन के बारे में भी अख्तर ही शूटरों को जानकारी दे रहा था. जालंधर ग्रामीण पुलिस ने साल 2022 में आर्गेनाइज्ड क्राइम आर्गेनाइज्ड क्राइम, मर्डर और डकैती के केस में जीशान को गिरफ्तार किया था और पटियाला जेल में रहते वक्त लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया था.
बाबा सिद्दीकी की हत्या 3 शूटरों ने की थी. इनमें गुरमेल सिंह हरियाणा के कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाला है. वहीं अन्य दो शूटर उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले हैं. इनमें से हरियाणा के गुरमेल और दूसरे शूटर धर्मराज को गिरफ्तार किया जा चुका है. तीसरा शूटर शिवकुमार अभी फरार है.
जेल से छूटकर गुरमेल के घर पहुंचा था जीशान
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जीशान 7 जून को जेल से छूटने के बाद सबसे पहले हरियाणा के कैथल में गुरमेल से मिलने पहुंचा था. वहां आकाओं से आर्डर मिलने के बाद यह शूटर मुंबई के लिए रवाना हो गए थे. मुंबई में सभी आरोपी एक साथ रह रहे थे, जिसके बाद 3 आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया था. वहीं जीशान वारदात के बाद वहां से भाग निकला था.
मुंबई पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार, अभी तक की जांच में पता चला है कि जीशान हत्या के वक्त मुंबई में ही था. हत्या के बाद उसकी लोकेशन मुंबई और आसपास के एरिया में आई है. करीब तीन टीमों ने अलग-अलग जगह पर जीशान के लिए ट्रैप लगाया है.
2022 में गिरफ्तार हुआ जीशान, 7 महीने बाद छूटा
जालंधर पुलिस से जुड़े सूत्रों के अनुसार, साल 2022 में जीशान को जालंधर ग्रामीण के एसएसपी रहे स्वप्न शर्मा की टीम ने पकड़ा था. तब सीआईए देहाती के इंचार्ज रहे सुरिंदर सिंह कंबोज ने अख्तर नकोदर के गांव शिंक पिंड से उसे साथियों के साथ अरेस्ट किया था.
आरोपी संगठित अपराध, हत्या और अन्य कई जघन्य मामलों में वांछित था. जीशान 7 महीने में जेल से छूटकर कैथल और फिर मुंबई पहुंचा था.
शूटरों की लॉजिस्टिक सपोर्ट में जीशान ने की थी मदद
पुलिस के मुताबिक मोहम्मद जीशान अख्तर ही तीनों शूटरों को बाहर से डायरेक्शन दे रहा था, जिस वक्त सिद्दीकी को गोलियां मारीं गई, उस वक्त भी उनकी लोकेशन के बारे में अख्तर ही शूटरों को जानकारी दे रहा था. इसके अलावा उनके लिए किराए के कमरे समेत दूसरे लॉजिस्टिक सपोर्ट में भी अख्तर ने ही मदद की.
पंजाब पुलिस सूत्रों के मुताबिक अख्तर पटियाला जेल में बंद था. वह इसी साल 7 जून को जेल से बाहर आया था. पटियाला जेल में ही अख्तर लॉरेंस गैंग के टच में आया था, जिसके बाद वह जेल से बाहर आने के बाद गैंग में चला गया.
आरोपी जीशान की उम्र महज 21 साल है, लेकिन आरोपी इतना शातिर था कि 2022 में विदेशी नंबर पर उसका वॉट्सऐप चलता पकड़ा गया था. जीशान ने नकोदर के गांव शकर में स्थित सरकारी स्कूल से सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की है. आरोपी के पिता मुहम्मद जमील टाइल ठेकेदार का काम करते हैं. वहीं आरोपी का एक भाई पिता के साथ ही काम करता है. वहीं बहन की मौत हो चुकी है.
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