November 24, 2024
बारिश की वजह से मेरठ में गिरी तीन मंजिला इमारत, 6 की मौत, मलबे में कई के फंसे होने की आशंका

बारिश की वजह से मेरठ में गिरी तीन मंजिला इमारत, 6 की मौत, मलबे में कई के फंसे होने की आशंका​

तीन मंजिल मकान इतना तेजी से भरभरा कर ढह गया कि घर में मौजूद लोगो को निकलने का मौका ही नही मिला.

तीन मंजिल मकान इतना तेजी से भरभरा कर ढह गया कि घर में मौजूद लोगो को निकलने का मौका ही नही मिला.

उत्तर प्रदेश के मेरठ के थाना लोहिया नगर इलाके के मोहल्ला जाकिर कालोनी में शनिवार शाम बरसात के चलते एक तीन मंजिला ढह गया, जिसमे परिवार के लगभग 15 लोग दब गए. आज रविवार सुबह 3 बजे तक लगभग 10 घंटो के रेस्क्यू ऑपरेशन में 11 लोगों को मलबे से बाहर निकलकर अस्पताल पहुंचाया गया, जिनमे जिलाधिकारी के अनुसार 6 लोगों की मौत हो चुकी है. 4 लोगों के अभी भी मलबे में दब होने की आशंका है.

लोगों को बचने तक का मौका नहीं मिला

शनिवार शाम लगभग 5 बजे ये तीन मंजिल मकान इतना तेजी से भरभरा कर ढह गया कि घर में मौजूद लोगो को निकलने का मौका ही नही मिला. सूचना इलाके में आग की तरह फैली और देखते ही देखते हजारों की भीड़ घटनास्थल पर पहुंचने लगी, लेकिन एक के ऊपर एक, तीन भारी लेंटर की परतों के सामने हजारों की भीड़ भी बेबस बनकर रह गई और मलबे में दब लोगो को निकलने में नाकामयाब रही.

घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई मशीनें

सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस और फायर सर्विस के जवान पहुंचे और स्थानीय नागरिको के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. मुस्लिम बहुल इलाके जाकिर कालोनी की तंग गलियां होने की वजह से जेसीबी जैसी मशीनें घटनास्थल पर नही पहुंच पा रही थी, इसलिए मैनुअली रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया.

घर के मलबे में कौन-कौन दबा

जाकिर कालोनी की तंग गलियों में 300 गज एरिया में बने इस तीन मंजिला मकान के ग्राउंड फ्लोर पर भैंस पाल कर ये परिवार डेरी चलाता है, 2 दर्जन से ज्यादा भैंस भी इस मलबे में दबने की जानकारी मिली. ऊपर दो फ्लोर पर बने घरों में 63 वर्षीय नफीस और उसके तीन बेटों के परिवार रहते थे. जिनमें तीन महिलाएं, एक पुरुष और 8 से 10 बच्चे इस मलबे में दब होने की जानकारी सामने आई.

NDRF और SDRF की ली गई मदद

मीडिया पर ब्रेकिंग न्यूज चलते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी से घटना की जानकारी ली तो प्रशासन में भी हड़कंप मच गया. देखते ही देखते कमिश्नर शेल्वा कुमारी जे, एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर सहित जिले के तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचने लगे. कमिश्नर ने मीडिया को बताया कि NDRF और SDRF की तीन को बुलाया गया है, साथ ही आर्मी से भी मदद मांगी गई है.

रेस्क्यू में आई बड़ी दिक्कतें

इस घटना के चार घंटे बाद NDRF और SDRF की टीमों ने आकर मोर्चा संभाला और छोटी मशीनों की मदद से सरिया काट कर और हथौड़ों से तोड़कर लेंटर का मलबा हटाया गया. रात में अंधेरा, बरसात और तंग गलियों में भीड़ की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में खासी दिक्कतें आती रहीं. रविवार सुबह तीन बजे तक लगभग 10 घंटो के रेस्क्यू ऑपरेशन में 11 लोगो को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया जिनमे से 6 लोगों की मौत की पुष्टि मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीना ने की है.

इस परिवार के कुछ सदस्य घर के बाहर थे, जो इस हादसे का शिकार होने से बच गए, उनके बयानों के अनुसार प्रशासन मान रहा है कि घटना के वक्त इस मकान में, परिवार और उनके परिचित मिलाकर लगभग को लगभग 15 लोग रहे. सुबह तक 11 लोगो को मलबे से निकाला गया है, अभी भी 4 लोगो के मलबे में दब होने की आशंका है.

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