राजगीर महोत्सव: मंत्री ने कहा कि राजगीर का इतिहास समृद्ध रहा है. यहां की पहाड़ियों का इतिहास हिमालय से भी पुराना है. यहां की धार्मिक परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए 1986 से राजगीर महोत्सव का आयोजन हो रहा है. यह महोत्सव स्थानीय विशिष्टताओं को अनुभव करने का एक मौका भी है.
बिहार का प्रसिद्ध राजगीर महोत्सव शनिवार को शुरू हो गया. तीन दिन तक चलने वाले महोत्सव का शुभारंभ ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने किया. उन्होंने कहा कि राजगीर वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की ओर अग्रसर है.
मंत्री ने कहा कि राजगीर का इतिहास समृद्ध रहा है. यहां की पहाड़ियों का इतिहास हिमालय से भी पुराना है. यहां की धार्मिक परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए 1986 से राजगीर महोत्सव का आयोजन हो रहा है. यह महोत्सव स्थानीय विशिष्टताओं को अनुभव करने का एक मौका भी है.
पर्यटन विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं को मंत्री ने उत्कृष्ट बताते हुए कहा कि यह महोत्सव यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ाने में कारगर साबित हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार राजगीर में बेहतर सुविधाओं का प्रसार कर रहे हैं, जिससे राजगीर वैश्विक पर्यटन स्थल बनने की ओर अग्रसर है.
उन्होंने कहा कि यहां अभी थोड़े समय पूर्व ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया. आगे क्रिकेट मैच भी होंगे. अभी हजारों की संख्या में राज्य में खेल मैदान का निर्माण किया जाएगा. यहां पर सरकार के विभिन्न विभागों ने भी स्टॉल लगाए हैं, जिसे लोग देख सकते हैं.
सांसद कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राजगीर के द्वापर काल से पुराने इतिहास को पुनर्जीवित करने का काम किया है. राजगीर में भागीरथी प्रयास से गंगा जल को यहां लाया गया. जू और नेचर सफारी की शुरुआत यहां हुई. यहां हवाई अड्डा और फाइव स्टार होटल के निर्माण की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने की है.
स्थानीय विधायक कौशल किशोर ने बताया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या बताती है कि सरकार पर्यटन की दृष्टि से यहां के विकास की दिशा में कार्यरत है.
कार्यक्रम में अस्थावां के विधायक जितेंद्र कुमार ने कहा कि राजगीर में सभी धर्मों के अनुयायी ही नहीं प्रवर्तक भी आए हैं. उनके बताए मार्गों पर चलें तो समाज में कहीं कोई कटुता का स्थान नहीं रहेगा.
NDTV India – Latest
More Stories
अफ्रीका में कहर बरपा रहा एमपॉक्स, 70 हजार के करीब पहुंची पीड़ितों की संख्या, 1,268 से ज्यादा की मौंत
गृह मंत्रालय नहीं मिला, लेकिन फिर भी शिंदे नंबर-2, महाराष्ट्र में मंत्रालयों के बंटवारे का सार समझिए
पनामा नहर पर क्या फिर अमेरिका का होगा नियंत्रण? डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी के क्या है मायने