इस मामले में गौर करने वाली बात ये है कि लगभग डेढ़ महीने की बच्ची खुद से चलकर पानी की टंकी में नहीं जा सकती है.
बेंगलुरु के इग्गलूर में तकरीबन डेढ़ महीने की बच्ची की लाश घर की पानी की टंकी में मिलने से सनसनी फैली हुई है. ये केस कब पुलिस के भी उलझी हुई गुत्थी बन चुका है. दरअसल ये सवाल उठ रहा है कि ग्राउंड से सेकंड फ्लोर पर लगी पानी की टंकी में बच्ची का शव कैसे पहुंचा. बच्ची की मां अर्चिता वाशरूम से जब 12: 30 के आसपास लौटी तो अपनी बच्ची को पालने पर नहीं पाया. जिसके बाद उसने पहले बच्ची को ढूंढा, लेकिन जब बच्ची नहीं मिली तो उसने अपने पति मनु को खबर दी.
खोजबीन के बाद टंकी में मिला बच्ची का शव
बच्ची के पिता ने काफी थक हारकर इस बारे में पुलिस को खबर दी, तकरीबन 2 घंटे की खोज के बाद पुलिस को बच्ची की लाश घर के पानी टैंक में मिली. इस मामले में गौर करने वाली बात ये है कि लगभग डेढ़ महीने की बच्ची खुद से चलकर पानी की टंकी में नहीं जा सकती है. ऐसे में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया. लेकिन सवाल ये उठता है कि हत्या किसने की और उसका मक़सद क्या था. इस मामले में अब कई थ्योरी सामने आ रही है.
बच्ची की हत्या क्यों बनी मिस्ट्री
इस मामले का एक पहलू ये है कि बच्ची की मां अर्चिता अग्र जाती से है और पिता मनु अनुसूचित जाति से. दोनो का घर इसी मोहल्ले में कुछ दूरी पर है. तकरीबन सवा साल पहले दोनों ने घर वालो की मर्जी के खिलाफ शादी की. अर्चिता डिलीवरी के बाद अपनी मां के साथ रह रही है, यानी हत्या के पीछे अर्चिता के घर वालो का हाथ होने का अंदेशा जताया जा रहा है.
सीसीटीवी से क्या पता चला
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि घटना वाले दिन और समय बाहर से कोई भी व्यक्ति अर्चिता के घर नहीं आया. ऐसे में शक साफ है कि घर में मौजूद लोगों पर ही होगा. बताया जा रहा है कि अर्चिता और मनु की बच्ची जन्म से ही बीमार रहती थी. प्रीमैच्योर डिलीवरी की वजह से लंबे समय तक वो अस्पताल में रही, उसके इलाज पर काफी खर्च हुआ है और उसका इलाज लगातार चल रहा था, घर के लोग परेशान थे.
ऐसे में पुलिस का कहना है कि FSL की रिपोर्ट आने के बाद ही जांच की दिशा तय होगी, इस मासूम के हत्यारे को पुलिस नहीं बक्शे गी
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