Mahakumbh Air Ticket : इंडिगो की वेबसाइट के अनुसार, 31 जनवरी के लिए टिकट की कीमत 21,200 रुपये से अधिक है और 12 फरवरी के लिए सबसे कम कीमत 9,000 रुपये है. इंडिगो लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद से प्रयागराज के लिए उड़ानें संचालित करती है.
महाकुंभ मेले के अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने एक बड़ी घोषणा की है. एनडीटीवी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने बताया है कि महाकुंभ मेले में जाने वाले यात्रियों के लिए हवाई किराए में 50 प्रतिशत की कटौती की गई है. किराये का नया दर आज से ही लागू हो गया है.
सरकार ने पहले ही एयरलाइंस को टिकट की कीमतों में कटौती करने का निर्देश दिया था. इसके लिए एयरलाइन कंपनियों के साथ तीन बैठकें हुईं. एयरलाइंस को याद दिलाया गया कि महाकुंभ मेला 140 वर्षों में एक बार होता है और उन्हें इसके महत्व के प्रति सचेत रहना चाहिए.
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किराया कटौती से एयरलाइंस को वित्तीय नुकसान न हो. इससे पहले, विमानन निगरानी संस्था डीजीसीए ने एयरलाइंस से प्रयागराज की उड़ानों के लिए हवाई किराए को तर्कसंगत बनाने के लिए कहा था. 23 जनवरी को डीजीसीए अधिकारियों ने इस संबंध में एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की.
प्रयागराज के संगम क्षेत्र में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ मेले का हिस्सा बनने के लिए देश-विदेश के लाखों लोग पहुंच रहे हैं. इसकी वजह से हवाई यात्रा की मांग बहुत तेजी से बढ़ी, जिससे किराये में भी जबर्दस्त उछाल आया है. ऐसी स्थिति में नागर विमानन मंत्रालय ने एयरलाइंस से टिकट की कीमतों को तर्कसंगत बनाने के लिए कहा था.
इंडिगो की वेबसाइट के अनुसार, 31 जनवरी के लिए टिकट की कीमत 21,200 रुपये से अधिक है और 12 फरवरी के लिए सबसे कम कीमत 9,000 रुपये है. इंडिगो लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद से प्रयागराज के लिए उड़ानें संचालित करती है.
फिलहाल देश के विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं. प्रयागराज 26 शहरों तक पहुंचने वाली सीधी और कनेक्टिंग उड़ानों के जरिये जुड़ा हुआ है.
NDTV India – Latest
More Stories
कब और किस समय बजट पेश करेंगी निर्मला सीतारमण, आम लोगों की क्या हैं उम्मीदें ; जानिए पूरी डिटेल
KBC में आए एक कॉमेडियन ने अमिताभ बच्चन से मांगा प्रॉपर्टी में हिस्सा, वजह ने सोशल मीडिया पर मचाई खलबली
वित्त मंत्री सीतारमण के पिटारे से क्या निकलेगा? व्यापारी वर्ग से आम लोगों को बजट से हैं ये उम्मीदें