अखिलेश यादव ने कहा कि जो करोड़ों लोग आएंगे, क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है? यह सरकार अलग है. जब सपा सरकार में कुंभ हुआ था, उसकी स्टडी हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ने की थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित कई गणमान्य लोगों से मिलकर उन्हें महाकुंभ में शामिल होने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं. इसको लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ के लिए निमंत्रण नहीं दिए जाते हैं. कुंभ में लोग खुद आते हैं. हमने अपने धर्म में यही सीखा है. वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश यादव आप भी आएं, अपने पापों को धो लें और पुण्य प्राप्त करें.
अखिलेश यादव ने कहा कि जो करोड़ों लोग आएंगे, क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है? यह सरकार अलग है. उन्होंने कहा कि सरकार को कठघरे में खड़ा करने की हमारी जिम्मेदारी है. जब सपा सरकार में कुंभ हुआ था, उसकी स्टडी हॉवर्ड यूनिवर्सिटी ने की थी. महाकुंभ का अच्छे से आयोजन हो, इसके लिए सपा सहयोग के लिए तैयार है. लेकिन अभी तक बिजली, ब्रिज का काम अधूरा है. सरकार को कठघरे में खड़ा करने की हमारी जिम्मेदारी है.
इस पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सनातन धर्म को मानने वाले सभी लोगों के लिए इसका आयोजन किया गया है. अखिलेश यादव आप भी आएं, अपने पापों को धो लें और पुण्य प्राप्त करें.
ब्रजेश पाठक ने साथ ही कहा कि प्रयागराज में अगले महीने शुरू होने वाले महाकुंभ मेले के लिए प्रवेश बिंदुओं पर सुरक्षा जांच, भारतीय भाषाओं में घोषणाएं और स्वास्थ्य सुविधा सहित कई उपाय किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि महाकुंभ – 12 वर्षों में एक बार आयोजित होने वाला हिंदू धार्मिक समागम – 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा.
पाठक ने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री के माध्यम से सभी लोगों को महाकुंभ का निमंत्रण देता हूं. आइए और आध्यात्मिकता का अनुभव कीजिए.”
वहीं उत्तर प्रदेश में मंदिर खोजने के लिए खुदाई मामले पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास के नीचे भी शिवलिंग है और उसकी भी खुदाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री आवास के नीचे शिवलिंग है. यह हमारी जानकारी है. इसकी भी खुदाई होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि सरकार जान-बूझकर ध्यान हटाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है. जगह-जगह खुदाई हो रही है. उनके हाथ में “विकास की नहीं, विनाश की” रेखा है.
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