महामंडलेश्वर ममता वशिष्ठ का किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने पिंडदान और पट्टाभिषेक कराया है.
महाकुंभ 2025 में हर दिन लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इस दौरान अलग-अलग अखाड़ों से जुड़ी कई खबरें भी सामने आते रही हैं. कुछ दिन पहले स्टीव जॉब्स की पत्नी भी महाकुंभ में आई थी. उन्होंने निरंजनी अखाड़ा से दीक्षा भी हासिल की. इस महाकुंभ में ही IIT बाबा और हर्षा रिछारियां ने भी खूब सूर्खियां बंटोरी. कुछ दिन पहले खबर आई थी कि महाकुंभ शुरू होने से पहले एक परिवार ने अपनी बेटी को दान में दे दिया . हालांकि, बाद में उस लड़की ने ये साफ कर दिया था कि उसे दान में नहीं किया गया है बल्कि वह अपनी इच्छा से सनातन धर्म की सेवा के लिए यहां आई हैं. अब खबर आ रही है कि इस महाकुंभ में ममता वशिष्ठ महज 25 की उम्र में महामंडलेश्वर बनी हैं. उन्हें किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता का पिंडदान और पट्टाभिषेक कराया है. NDTV ने ममता वशिष्ठ से खास बातचीत की. उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि महामंडलेश्वर बनने के बाद मेरा ध्यान अखाड़े को आगे ले जाना है और समाज व सनातन के लिए काम करना है.
दो महीने पहले ही हुई थी ममता की शादी
बताया जा रहा है कि ममता वशिष्ठ की शादी महज दो महीने पहले हुई थी. उन्होंने पिछले साल नवंबर में संदीप वशिष्ठ से शादी की थी. ममता के पति गांव के प्रधान हैं. बताया जा रहा है कि ममता को 7 साल की उम्र से ही सनातन के प्रति रुझान था. ममता वशिष्ठ को रविवार को ही महामंडलेश्वर बनाया गाय है.
परिवार और पति कर रहे सपोर्ट
NDTV से ममता ने कहा कि मुझे मेरे परिवार और पति का पूरा समर्थन है. वो मेरे इस फैसले में मेरे साथ ही खड़े हैं. हालांकि अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो उनके विरोध में खड़े हैं. उन्होंने बताया कि वह 6 साल पहले किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी पार्वती नंद धूलिया गिरी के संपर्क में आई थी.
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