October 8, 2024
मुंबई पुलिस ने साइबर फ्राड के 1.01 करोड़ रुपये किए फ्रीज़, हेल्पलाइन पर रोजाना आते हैं 3 से 4 हजार कॉल

मुंबई पुलिस ने साइबर फ्राड के 1.01 करोड़ रुपये किए फ्रीज़, हेल्पलाइन पर रोजाना आते हैं 3 से 4 हजार कॉल​

मुंबई साइबर पुलिस रविवार को ऐसे ही 4 लोगों के 1 करोड़ से ज्यादा की रकम फ्रीज कराने में सफल रही, जिनमें तीन डिजिटल अरेस्ट वाले पीड़ित थे.

मुंबई साइबर पुलिस रविवार को ऐसे ही 4 लोगों के 1 करोड़ से ज्यादा की रकम फ्रीज कराने में सफल रही, जिनमें तीन डिजिटल अरेस्ट वाले पीड़ित थे.

मुंबई साइबर पुलिस ने एक दिन में 1930 हेल्पलाइन में रिपोर्ट डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) के अलग-अलग मामलों में एक करोड़ से अधिक रकम गबन होने से पहले फ्रीज कराया. मुंबई पुलिस (Mumbai Police) साइबर हेल्पलाइन के जरिए इस साल अब तक 114 करोड़ रुपये फ्रीज कर पीड़ितों को लौटा चुकी है.

मुंबई में बीकेसी साइबर पुलिस हेल्पलाइन के वॉर रूम में 24 घंटे काम चलता है. पुलिस के मुताबिक मुंबई की साइबर हेल्पलाइन 1930 पर रोजाना 3 से 4 हजार कॉल आते हैं. कोई शेयर ट्रेडिंग के नाम पर, कोई सेना से जॉब आर्डर के नाम पर तो कोई डिजिटल अरेस्ट के नाम पर अपनी मेहनत की कमाई गंवाने के बाद मदद की गुहार लेकर आते हैं. जो समय पर रिपोर्ट करते हैं उनके पैसे बचने की उम्मीद रहती है.

मुंबई साइबर पुलिस रविवार को ऐसे ही 4 लोगों के 1 करोड़ से ज्यादा की रकम फ्रीज कराने में सफल रही, जिनमें तीन डिजिटल अरेस्ट वाले पीड़ित थे.

मुम्बई क्राइम ब्रांच के डीसीपी दत्ता नलावड़े ने कहा कि कल जो मामला रिपोर्ट हुआ था, उसमें विक्टिम को बताया गया कि आपका बैंक अकाउंट मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल हुआ है और उसमें बहुत से फर्जी ट्रांजेक्शन दिख रहे हैं. जो कॉलर था वो पुलिस अफसर बनकर बात कर रहा था, उसके बाद तुरंत विक्टिम को एक वीडियो कॉल आया, जिसमें उन्होंने देखा कि जो कॉलर है वो पुलिस यूनिफॉर्म में बैठा है. उसके बाद एक और अफसर को कॉल ट्रांसफर हुआ, जिसमें वो उन्हें इंटेरोगेट करने लगा.

डीसीपी ने बताया कि विक्टिम को कहा गया कि अगर आपको इससे बाहर निकलना है तो घर में रहना होगा और इसके बारे में आप किसी से बात नहीं करेंगे. साथ ही ये भी कहा कि आपका अरेस्ट वारंट आपके व्हाट्सएप पर भेज रहे हैं. आप ना तो मुम्बई छोड़ सकते हो और ना ही महाराष्ट्र. आपका पासपोर्ट और आधार कॉर्ड भी रेड लिस्टेड कर लिया गया है.

पुलिस के मुताबिक, 80 साल के बुजुर्ग इससे डरकर अपने घर में ही तकरीबन 5 दिन तक कैद रहे और ठग को एक करोड़ 20 लाख रुपये भी दे दिए. इस बीच उन्होंने वर्धमान ग्रुप के मालिक को इसी तरह ठगे जाने की खबर सुनी, तब उन्हें एहसास हुआ कि वो खुद भी ठगे गए हैं. बुजर्ग की शिकायत पर पुलिस ने उनके 67 लाख रुपये के करीब फ्रीज़ करा लिए.

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