शूटर अनुज कनौजिया पर अलग-अलग जिलों में गंभीर धाराओं में कुल 23 मुकदमे दर्ज थे. मऊ जिले में सबसे ज्यादा 6 मुकदमे दर्ज थे. ये अपराधी कई सालों से फरार था और पुलिस इसकी तलाश में लगी हुई थी.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार अंसारी गैंग के ढाई लाख के एक इनामी शूटर को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. यूपी एसटीएफ ने झारखंड पुलिस के साथ मिलकर जमशेदपुर में एक एनकाउंटर में अनुज कन्नौजिया नाम के अपराधी को मार गिराया है. एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर अनुज कन्नौजिया को पकड़ने की कोशिश की थी. लेकिन अपराधियों की तरफ से फायरिंग शुरू कर दी गई. इसके बाद दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई जिसमें अनुज कन्नौजिया मारा गया है. अनुज कन्नौजिया का एक बड़ा अपराधी था और इसके ऊपर कई मामले दर्ज थे.
यूपी पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
- 2.5 लाख का इनामी शूटर अनुज कनौजिया का हुआ एनकाउंटर
- मुख्तार गैंग का शूटर था अनुज कनौजिया
- जमशेदपुर में भारी गोलीबारी के बाद मुठभेड़ में मारा गया
- एसटीएफ यूपी और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया
अनुज कन्नौजिया का आपराधिक रिकॉर्ड
अनुज कनौजिया पर अलग-अलग जिलों में गंभीर धाराओं में कुल 23 मुकदमे दर्ज थे. मऊ जिले में सबसे ज्यादा 6 मुकदमे दर्ज थे. ये अपराधी कई सालों से फरार था और पुलिस इसकी तलाश में लगी हुई थी. वहीं अब इसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. इस एनकाउंटर की अगुवाई यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी डीके शाही ने की थी. जिन्हें एनकाउंटर के दौरान गोली लगी है. डिप्टी एसपी डीके शाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. डीके शाही यूपी एसटीएफ के चर्चित अधिकारी हैं. एक एनकाउंटर में चप्पल में उनकी फोटो को लेकर जमकर विवाद हुआ था.
कौन था मुख्तार अंसारी
उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की पिछले साल 28 मार्च को मौत हो गई थी. इस घटना के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर ‘धीमा जहर’ देने का गंभीर आरोप लगाया था. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई थी. इसके बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया था. 20 अप्रैल को आई विसरा रिपोर्ट में भी जहर की मौजूदगी नहीं पाई गई. इस मामले को लेकर मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया था कि उसके पिता को जेल में धीमा जहर दिया गया था.
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