Budget 2025 And Income Tax: बजट 2025 पेश होने में चंद दिन बचे हैं. ऐसे में मिडिल क्लास और गरीब तबके की दो ही मांगें हैं. एक तो 80सी छूट में बढ़ोतरी और दूसरा जीएसटी के दायरे से खाने-पीने के सामान और दवा को पूरी तरह बाहर किया जाना.
इनकम टैक्स स्लैब बढ़ाने की मांग तो मिडिल क्लास हर बजट में करता आ रहा है, लेकिन इस बार 80सी के तहत छूट को बढ़ाने की मांग भी हो रही है. कारण ये है कि जीएसटी के कारण आम आदमी से लेकर मिडिल क्लास हर चीज पर वैसे ही टैक्स दे रहा है. बचत तो दूर लोग घर चलाने में ही सारी सैलरी फूंक दे रहे हैं. ऐसे में इनकम टैक्स की सीमा और 80 सी में छूट की सीमा बढ़ाने की मांग पर जोर पकड़ रही है. इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत कोई भी व्यक्ति अपने टैक्स योग्य आय पर 1,50,000 रुपये की सीमा तक टैक्स कटौती का दावा कर सकता है. आइए पहले जान लीजिए किन मदों में ये छूट लिया जा सकता है…
जीएसटी से ये चीजें हटाई जाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट एक फरवरी को पेश होने वाला है. जाहिर है, अगर सरकार इस छूट की सीमा और इनकम टैक्स स्लैब बढ़ा देती है तो मिडिल क्लास को राहत मिलेगी. वहीं जीएसटी से खाने-पीने के सामान और दवाओं को बाहर करने से भी आम जनता को राहत मिल सकती है. अभी इन पर 5 से 18 प्रतिशत तक टैक्स लगता है. अगर सरकार इन दोनों को ही पूर्ण रूप से जीएसटी से बाहर कर दे तो आम आदमी को बहुत ज्यादा राहत मिल जाएगी.
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