जूना अखाड़े के सचिव महंत डॉ. करणपुरी महाराज ने कहा है कि IIT बाबा कोई साधु नहीं था. IIT वाला बाबा अखाड़े का नहीं था. वो मवाली था.
करणपुरी महाराज
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में जूना अखाड़ा IIT बाबा के नाम से वायरल अभय सिंह पर कुपित है. ऊपर जूना अखाड़े के महंत करणपुरी महाराज के शब्द बता रहे हैं कि अखाड़ा किस कदर IIT बाबा पर आगबबूला है. जूना अखाड़े ने अभय सिंह पर अखाड़े को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उन्हें निकाल दिया. महंत के मुताबिक अभय जूना अखाड़े में आते-जाते थे, लेकिन उनकी हरकतों को देखते हुए हमने उन्हें मारकर भगा दिया. महाकुंभ 2025 के दौरान IIT बाबा को लेकर इंटरनेट पर तरह-तरह के वीडियो उपलब्ध हैं. बीते कुछ दिनों से IIT बाबा अलग-अलग मीडिया चैनल्स को इंटरव्यू भी दे रहे हैं और बता रहे हैं कि आखिर उन्होंने मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर अध्यात्म का रास्ता क्यों चुना. NDTV इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अखाड़े ने आईआईटी बाबा से इस नाराजगी की वजह बताई.
‘वो कोई साधु नहीं था’
जूना अखाड़े के सचिव महंत डॉ. करणपुरी महाराज ने कहा है कि IIT बाबा कोई साधु नहीं था. IIT वाला बाबा अखाड़े का नहीं था. वो मवाली था. जगह- जगह रुकता और खाता था. कहीं भी टीवी पर कुछ बोलता था.वो बहुत गलत व्यक्ति था, उसे मार कर निकाल दिया.वो अखाड़े को बदनाम कर रहा था.
‘वो किसी का शिष्य नहीं था’
उन्होंने आगे बताया कि IIT बाबा यहां घूमते हुए आया था, वो किसी के माध्यम से अखाड़े में नहीं आया था. साथ ही वो किसी का शिष्य भी नहीं था. वो गलत कह रहा था किसी का सुना हुआ नाम ले रहा था.सोमेश्वर पूरी को मरे 20 साल हो गए. वो चेला कैसे हो सकता है.वह कब बन गया अखाड़े का इसकी कोई जानकारी नहीं है. वो किसी का नाम सुनकर, इधर-उधर पड़ा रहता था,कहीं इनके टेंट तो कहीं उनके टेंट और खा पीककर भाग जाता था.उन्होंने आगे कहा कि वो बहुत दिन यहां नहीं था, इधर-उधर घूमता था. जब सबको पता चला, उसे आने नहीं दिया गया अपने पास बैठने नहीं दिया गया. भोजन नहीं दिया गया भगा दिया गया. उसे कई दिन पहले ही भगा दिया गया. उससे कोई व्यवहार नहीं रखता ना कोई उसे अपने पास बैठाता.
‘उसे लेकर अखाड़े में आक्रोश है’
उन्होंने कहा कि IIT बाबा की इन हरकतों की वजह से अखाड़े में भयंकर आक्रोश है. अखाड़ा उसका ही सम्मान करता है जिसके पास अखाड़े की पहचान है. इस शख्स ने कई दिनों तक लोगों से अपनी सच्चाई छिपाकर रखी है. जो पूरी तरह से गलत है.
NDTV India – Latest
More Stories
पनीर असली है या नकली इन 5 तरीकों की मदद से करें पहचान, वरना सेहत को उठाना पड़ सकता है गंभीर नुकसान
सबकुछ जल गया लेकिन मां गंगा पर कम नहीं हुआ विश्वास, जानिए महाकुंभ में लगी आग पर क्या बोले चश्मदीद
Budget 2025: संसद के बजट सत्र में आ सकता है नया आयकर कानून, जानें क्या हो सकते हैं बदलाव