March 21, 2025
'हनी ट्रैप के शिकार हुए 48 विधायक', कर्नाटक के मंत्री बोले डायरेक्टर कौन? पता चलना जरूरी

‘हनी ट्रैप के शिकार हुए 48 विधायक’, कर्नाटक के मंत्री बोले- डायरेक्टर कौन? पता चलना जरूरी​

विधायक, मंत्री को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश को लेकर कर्नाटक में सियासी घमासान मचा है. सभी दलों के नेताओं ने इसकी गहन जांच की मांग की है.

विधायक, मंत्री को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश को लेकर कर्नाटक में सियासी घमासान मचा है. सभी दलों के नेताओं ने इसकी गहन जांच की मांग की है.

दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक से नेताओं के ‘हनी ट्रैप’ की पहले भी कई घटनाएं सामने आई हैं. अब कर्नाटक की राजनीति में हनी ट्रैप को लेकर फिर से घमासान मचा है. गुरुवार को कर्नाटक के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली ने खुलासा किया कि राज्य के एक वरिष्ठ मंत्री को फंसाने के लिए दो बार ‘हनी ट्रैप’ की कोशिश की गई, लेकिन वो कोशिश नाकाम रहीं. मंत्री ने आगे कहा कि यह पहली बार नहीं है कि कर्नाटक में हनी ट्रैप की घटना सामने आई है. कुछ लोग इसे राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं, जिसे रोकना जरूरी है.

उन्होंने बताया कि पीड़ित मंत्री से शिकायत दर्ज करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस मामले की सही तरीके से जांच कर सके. सतीश जारकीहोली ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी माने जाने वाले केएन राजन्ना को दो बार निशाना बनाया गया. राज्य के गृह मंत्रालय द्वारा मामले की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाएगा.

20 साल में 48 विधायकों को हनी ट्रैप का शिकार बनाया गया

उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 20 साल में 48 विधायकों को हनी ट्रैप का निशाना बनाया गया है. राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. दूसरी ओर गुरुवार को विधानसभा में कर्नाटक के मंत्री केन राजन्ना ने कहा, “ऐसी चर्चा है कि तुमकुरु के एक मंत्री हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं. तुमकुरु से हम दो ही लोग हैं, एक मैं हूं और दूसरे गृह मंत्री हैं.”

जांच हो, पता चले कि हनी ट्रैप की साजिश का डायरेक्टर कौन हैं?

उन्होंने कहा, “यह कोई नई चर्चा नहीं है.” “ऐसे 48 सदस्य हैं, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे इसके शिकार हुए हैं. उनमें से कई ने हाईकोर्ट से स्टे भी ले लिया है. दोनों तरफ ऐसे लोग हैं और अब मेरा नाम भी लिया जा रहा है. मैं गृह मंत्री से इस मामले की गहन जांच करने की अपील करता हूं. कम से कम हमें यह तो पता चले कि इसका निर्देशक कौन है और अभिनेता कौन है.”

कांग्रेस, भाजपा, जेडीएस सभी के नेता हनी ट्रैप के शिकार

सतीश जारकीहोली ने यह भी कहा कि कर्नाटक में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. “यह पिछले 20 सालों से हो रहा है. हर पार्टी (कांग्रेस, भाजपा और जेडीएस) इसका शिकार है.” उन्होंने कहा, इस बात पर जोर देते हुए कि राजनीति में इस तरह की रणनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए ऐसी स्थितियों का फायदा उठाते हैं और इसे रोका जाना चाहिए.

भाजपा नेता ने जांच के लिए विशेष टीम की मांग की

हनीट्रैप के ताजा मामले में वरिष्ठ भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा, “सतीश जारकीहोली वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. अगर उन्होंने कोई बयान दिया है, तो वह सच ही होगा.” भाजपा नेता ने कहा कि “हनी ट्रैपिंग का सरगना कौन है? आरोप लगाने वाला कोई आम आदमी नहीं बल्कि कांग्रेस सरकार का एक वरिष्ठ नेता है… इसलिए इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करता हूं कि इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई जाए.”

पिछले हफ्ते दो महिलाओं को किया गया था गिरफ्तार

मालूम हो कि पिछले हफ्ते रिपोर्टों में कहा गया था कि तुमकुरु जिले में एक भाजपा नेता को हनी ट्रैप में फंसाने के आरोप में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया था. भाजपा नेता अन्नप्पा स्वामी ने आरोप लगाया था कि एक महिला ने फेसबुक पर उनसे दोस्ती की और बाद में उनके अंतरंग वीडियो के जरिए उन्हें ब्लैकमेल किया.

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