कोलकाता रेप मर्डर केस को लेकर प्रदर्शकारी डॉक्टरों ने राज्य सरकार से कहा कि वो सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात के लिए कम से कम 30 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहते हैं. सभी पक्षों के बीच पारदर्शिता के लिए इस मीटिंग की लाइव टेलीकास्ट की मांग भी की गई है.
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस के विरोध में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. बंगाल में सरकार से मुलाकात कर रहे प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को घेरने का सिलसिला बुधवार शाम को भी जारी रहा. इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को बातचीत के लिए बुलाया था. लेकिन डॉक्टरों ने मुलाकात से पहले सीएम ममता के सामने 5 मांगें रख दी हैं.
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इसके कुछ दिन बाद आरजी कर हॉस्पिटल में हजारों की भीड़ घुस आई और तोड़फोड़ की. भीड़ ने डॉक्टरों के साथ हाथापाई भी की. अपनी सुरक्षा को लेकर डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को उनके प्रदर्शन का 33वां दिन है. पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को हेल्थ सेक्रेटरी नारायण स्वरूप निगम के जरिए डॉक्टरों को बातचीत का प्रस्ताव भेजा था. लेकिन डॉक्टरों ने इसका विरोध किया. डॉक्टरों का कहना है कि ये प्रस्ताव उनके जरिए भेजा गया है, जिनके इस्तीफे की वो मांग कर रहे हैं.
क्या हैं डॉक्टरों की 5 मांगें:-
30 डॉक्टरों की डेलीगेशन के साथ ममता बनर्जी की मीटिंग हो. मीटिंग की लाइव टेलीकास्ट की जाए.
स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाए.
कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम समेत अन्य अधिकारियों का इस्तीफा लिया जाए.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.
रेप और हत्या के साथ-साथ सबूतों को नष्ट करने के लिए जिम्मेदार सभी व्यक्तियों को सजा मिले.
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत ने बुधवार को डॉक्टरों को पत्र लिखा और दोहराया कि विरोध प्रदर्शन से मरीजों और उनके परिवारों को असुविधा हो रही है, उन्हें 12-15 डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्य सचिवालय नबन्ना में आमंत्रित किया.
NDTV India – Latest